मुजफ्फरपुर के गायघाट प्रखंड में बाढ़ की वर्तमान स्थिति को लेकर  जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर द्वारा गायघाट प्रखंड में प्रभावित पंचायतों को लेकर प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों और पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की गई. जिलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों के साथ विस्तृत विचार विमर्श किया. जनप्रतिनिधियों द्वारा दिये गए सुझावों पर अमल करने एवं तदनुसार उक्त आलोक में आवश्यक कदम उठाने का उन्होंने आश्वासन भी दिया। वर्तमान में गायघाट प्रखंड में  6 पंचायत यथा कांटा पिरोक्षा, केवटसा, लदौर, शिवदाहा,वरूवारी और बलौर निधि बाढ़ प्रभावित पंचायत है। 

अंचल अधिकारी द्वारा बताया गया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सात नावों का परिचालन किया जा रहा है साथ ही 05 और अतिरिक्त सरकारी नाव का डिमांड उनके द्वारा किया गया है , जिसे जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने संबंधित प्रभावित क्षेत्रों में कल से ही फूड पैकेट्स वितरण करने का निर्देश दिया है । कल से सभी छह जगहों पर यथा: मध्य विद्यालय महुआरा, प्राथमिक विद्यालय हरखौली, लदौर मंडल समिति, मध्य विद्यालय शिवदाहा, पंजाबी चौक वरूवारी, मध्य विद्यालय रजुआ टोला में सामुदायिक किचन चलाने का निर्देश दिया गया है। अंचल अधिकारी द्वारा बताया गया कि 632 पोलोथिन शीट्स का वितरण किया जा चुका है। जबकि लगभग 1000 भंडार में है और 1500 पोलोथिन सीट्स का डिमांड जिला से किया गया है। डीएम ने एडीएम आपदा को निर्देश दिया कि डिमांड के अनुसार पोलोथिन सीट्स उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे।

जिलाधिकारी ने सीओ को निर्देश दिया कि आवश्यकता अनुसार पोलोथिन सीट्स का वितरण करना सुनिश्चित करें । प्रभावित पंचायतों को सहायता राशि (जीआर) वितरण के संबंध में बताया गया की शिवदाहा और बलौर निधि दो पंचायतों के प्रभावित परिवारों की सूची पंचायत अनुश्रवण समिति द्वारा पारित होकर सीओ को भेज दी गई है। डेटा इंट्री का कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दो दिन के अंदर प्रभावित परिवारों को जीआर की राशि उपलब्ध कराना सुनिश्चित की जाय। शेष बचे पंचायतो के  प्रभावित परिवारों की सूची उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है।एक सप्ताह के अंदर उन्हें जीआर का राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। जिलाधिकारी ने अपील किया है कि घबराने की बात नहीं है लोग संयम रखें, सावधान और सतर्क रहें । उन्होंने कहा है कि अत्यधिक वर्षा के कारण नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। प्रत्येक वर्ष उक्त प्रभावित क्षेत्रों में पानी आता है। जिला प्रशासन हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *