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मुजफ्फरपुर, कोलकाता जेल में बंद सुजीत कुमार राय उर्फ घोष सोना लूटने व हथियार की तस्करी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना है। सकरा थाना के केशोपुर निवासी मंगलम कुमार उर्फ गोलू भी उसके गिरोह में शामिल था। कोलकाता जेल से ही घोष ने वीडियो काल कर गोलू को आस्ट्रिया निर्मित उच्च श्रेणी की ग्लोक्क पिस्टल दिखाई थी। उसने इसे छह लाख रुपये में बिक्री करवाने का सौदा पक्का किया था। मंगलम ने अपने मित्र पीयर थाना के सिमरा गांव के कुंदन कुमार के माध्यम से हथियारों के शौकीन नगर थाना के छाता बाजार निवासी आभूषण व्यवसायी नरेंद्र कुमार उर्फ मनीष कुमार से साढ़े सात लाख रुपये में सौदा किया था। यह जानकारी मंगलम कुमार उर्फ गोलू ने पुलिस के समक्ष अपनी स्वीकारोक्ति बयान में दी है।

नेेता की हत्या के आरोप में कोलकाता जेल में बंद है सुजीत

सुजीत कुमार राय समस्तीपुर जिला के मुसरीघरारी थाना के बथुआ बुजुर्ग गांव का निवासी है। वह एक नेता की हत्या के मामले में कोलकाता जेल में बंद है। वह फर्राटे से बांग्ला बोलता है और वहां घोष के नाम से जाना जाता है। ग्लोक्क पिस्टल का सौदा पक्का होने के बाद पिछले दिनों कच्ची-पक्की चौक के निकट एक अज्ञात युवक के माध्यम से मंगलम को पिस्टल व कारतूस की डिलीवरी कराई थी।

समस्तीपुर जेल में सुजीत के संपर्क में आया था मंगलम

लूटकांड के एक मामले में समस्तीपुर जेल में बंद रहने के दौरान मंगलम कुमार का सुजीत कुमार राय से संपर्क हुआ। सुजीत के कोलकाता जेल में रहने के बाद भी यह संपर्क अब भी कायम था। सुजीत के हथियार के धंधे में वह सहयोगी था। उसके बताए गए ठिकाने पर वह हथियार पहुंचाता था। किसी को शक न हो इसके लिए वह गाड़ी चालक जैसे लो प्रोफाइल का काम करता था। मिठनपुरा के लाज में रहने वाले अपने दोस्त निरंतर व उसके साथियों विकास,अर्जुन, टेकराम व ठाकुर के साथ मिलकर उसने तमिलनाडु के कृष्णागिरि में मुथूट फाइनेंस कंपनी में बड़ी मात्रा में सोना लूट की थी। सोना लूट कर गाड़ी से भागने के क्रम में हैदराबाद में पुलिस ने सभी को गिरफ्तार किया था।

सूदखोर मनीष का बाउंसर था कुंदन

नगर थाना क्षेत्र के छाता बाजार निवासी आभूषण व्यवसायी नरेंद्र कुमार उर्फ मनीष कुमार का बाउंसर था। मनीष सूद पर जरूरतमंदों को रुपया देता था। उससे रुपये लेने के बाद सूद नहीं देने वालों के घर से कुंदन टीवी, फ्रिज व आलमारी सहित अन्य कीमती घरेलू उपकरण जबरदस्ती सामान उठा लेता था। मनीष के घर से पुलिस को फ्रिज, टीवी व आलमारी का जखीरा मिला है। कुंदन व मंगलम के बीच बचपन से ही दोस्ती थी। इसी दोस्ती के आधार पर उसके माध्यम से मनीष से ग्लोक्क पिस्टल का सौदा किया था। पिस्टल की डिलीवरी के समय ही पुलिस की छापेमारी हुई और तीनों गिरफ्तार कर लिए गए।

मेटल डिटेक्टर से मनीष के घर की गई जांच

पूछताछ में पुलिस पता चला कि मनीष हथियारों का शौकीन है। आशंका थी कि उसने घर में और हथियार छिपा रखा होगा। एसएसपी के आदेश पर उसके घर की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई। नगर थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि जांच में अन्य हथियार नहीं मिले हैं।

इनपुट : जागरण

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