मुजफ्फरपुर, सकरा में भेरगरहां चौक पर चलती बस से धक्का देकर गिराई गई छात्रा अनिशा कुमारी को दूसरे दिन बुधवार को पटना रेफर कर दिया गया। पीएमसीएच में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टर उसकी हालत नाजुक बता रहे हैं।
दूसरी ओर सकरा पुलिस ने बस चालक को गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा के पिता रंजीत कुमार राय के बयान पर सकरा थाने में बुधवार को एफआईआर दर्ज की गई। इसमें बस चालक, खलासी व मालिक को आरोपित किया गया है। इसमें छात्रा के पिता ने बस के खलासी पर धक्का देकर चलती बस से गिराने का आरोप लगाया है। बताया कि छात्रा बस में फंसकर कुछ दूर तक घसीटती रही, लेकिन बस नहीं रोका। छात्रा सकरा आरसी कॉलेज से 11वीं की जांच परीक्षा देकर घर जाने के लिए सुजावलपुर चौक से बस पर चढ़ी थी। भेरगरहां चौक पर बस रुकने से पहले ही खलासी ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया। छात्रा के पिता ने बताया कि अभी अनिशा वेंटिलेटर पर है। पीएमसीएच के डॉक्टर ने कुछ समय इंतजार करने को कहा है। स्थिति में सुधार नहीं हो रही है।
खलासी व कंडक्टर की तलाश जारी
सकरा थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि छात्रा के पिता के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है। बस के चालक समस्तीपुर जिला के ताजपुर के सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। बस के खलासी व कंडक्टर के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। दोनों की तलाश जारी है।
छात्रा के गिरने पर बस धीरे हुई और फिर तेजी से निकल गई
भेरगरहां चौक पर घटना को लेकर दूसरे दिन भी चर्चा हो रही थी। सभी छात्रा की स्थिति के बारे में एक दूसरे से पूछ रहे थे। चौक के दुकानदारों ने बताया कि बस से छात्रा को नीचे गिरते देखा। छात्रा के बस से नीचे गिरने पर बस कुछ आगे बढ़कर धीमी हुई, लेकिन फिर तेजी से निकल गई। बस रफ्तार में थी, जिससे छात्रा गिरने के बाद एनएच पर कुछ दूर तक घसीटती चली गई।
छात्रों ने कहा, बस वाले करते हैं मनमानी
छात्र गुड्डू कुमार ने बताया कि सवारी को चढ़ाने और उतारने के दौरान बस के खलासी व कंडक्टर हमेशा धक्का देते रहते हैं। बस के रुकने से पहले ही गेट पर बुलाकर धक्का देने लगते हैं। छात्र संजय ने बताया कि बस पर चढ़ना और उतरना तब मुश्किल होता है जब दो बस आगे पीछे चल रही हो। बस का खलासी व चालक दोनों काफी जल्दी में रहता है, चालक बस बढ़ाते रहता है और खलासी लोगों को धक्का देकर चढ़ाते रहता है। यही हाल उतरने के समय भी रहता है। कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी है। फिर भी बस वाले नहीं सुधर रहे हैं।
Input : live hindustan
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