मुजफ्फरपुर में जलजमाव ने छीनी दो मासूमों की जिंदगी, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल।

मुजफ्फरपुर में जलजमाव ने छीनी दो मासूमों की जिंदगी, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल।

मुजफ्फरपुर। मिठनपुरा थाना क्षेत्र के वार्ड 46, आदर्श नगर में बारिश के जमा पानी ने दो मासूम बच्चों की जान ले ली। यह हादसा उस समय हुआ जब आठ वर्षीय आदर्श और नौ वर्षीय राजा, दोनों पड़ोसी, पतंग लूटने के दौरान एक निजी जमीन पर बनी चहारदीवारी पर चढ़े। चहारदीवारी से घिरी इस जमीन में बारिश का पानी जमा था, जिसमें दोनों बच्चे फिसलकर गिर गए और डूब गए।

स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और इलाज के लिए पीएनटी चौक के एक निजी नर्सिंग होम में ले गए, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद दोनों बच्चों को बचाया नहीं जा सका। घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है।

जलजमाव की समस्या ने बढ़ाई मुसीबत
वार्ड 46 के पार्षद सैफ अली ने बताया कि आदर्श नगर में जलजमाव की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। रामबाग नहर से पानी की निकासी धीमी होने के कारण बारिश का पानी सड़कों और खाली जमीनों पर जमा हो जाता है, जो हादसों का कारण बन रहा है। इस हादसे ने प्रशासन की जल निकासी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हंगामे और आक्रोश का माहौल
घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भड़क उठा। मृत बच्चों के परिजनों और मोहल्ले वालों ने प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। पुलिस ने बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ के हंगामे के कारण यह संभव नहीं हो सका। लोग जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान मांग रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी को रोका जा सके।

प्रशासन से मांग, तुरंत हो कार्रवाई
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर समय रहते नहर की सफाई और जल निकासी की उचित व्यवस्था की गई होती, तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था। अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस दुखद घटना को गंभीरता से लेगा और जलजमाव की समस्या का समाधान करेगा, या यह मुद्दा फिर से ठंडे बस्ते में चला जाएगा?

इस हादसे ने एक बार फिर शहर की बदहाल जल निकासी व्यवस्था को उजागर किया है। मासूमों की जान जाने के बाद अब यह जरूरी हो गया है कि प्रशासन त्वरित कदम उठाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय करे।