मुजफ्फरपुर, 13 अक्टूबर 2025: बाह्रामणटोली में इस वर्ष 20 अक्टूबर से तीन दिवसीय काली पूजा महोत्सव का भव्य आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन बाह्रामणटोली स्थित संगत स्कूल के प्रांगण में बाबा फतेहचंद की जीवित समाधि स्थल (चिता भूमि) पर किया जाएगा, जहां 2006 से लगातार काली पूजा का आयोजन हो रहा है। इस बार पूजा में मां दुर्गा की दस महाविद्या की स्थापना होगी, जो भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगी। साथ ही, बंगाल के ढाक कलाकारों द्वारा धनुची नृत्य और बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर काली महाआरती का आयोजन इस महोत्सव को और भी भव्य बनाएगा।
तीन दिवसीय पूजा का कार्यक्रम
पूजन आयोजक और पूजन आचार्य डॉ. चंदन उपाध्याय ने प्रेस वार्ता में बताया कि महोत्सव का शुभारंभ 20 अक्टूबर (सोमवार) को रात 11:30 बजे महाकाली प्रतिष्ठा और निशा पूजा के साथ होगा। 21 अक्टूबर (मंगलवार) को रात 8 बजे हल्दी पूजन, देवी सहस्त्राचन और काली महाआरती का आयोजन होगा। वहीं, 22 अक्टूबर (बुधवार) को सुबह 9 बजे 1001 कन्याओं का कन्यापूजन, 11 बजे अन्नकूट पूजा, प्रसाद वितरण और महाभंडारा होगा। उसी दिन शाम को विसर्जन शोभा यात्रा निकाली जाएगी।
दस महाविद्या की होगी स्थापना
इस वर्ष पूजा पंडाल में मां दुर्गा की दस महाविद्या – काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला – के स्वरूप दर्शन के लिए स्थापित किए जाएंगे। पूजन समिति के मीडिया प्रबंधक प्रभात मालाकार ने बताया कि पिछले वर्ष मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को प्रदर्शित किया गया था, लेकिन इस बार दस महाविद्या के दर्शन भक्तों को एक अनूठा अनुभव देंगे।
विशेष आकर्षण: धनुची नृत्य और काली महाआरती
महोत्सव के दूसरे दिन (21 अक्टूबर) शाम को बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर काली महाआरती का आयोजन होगा। तीसरे दिन (22 अक्टूबर) दोपहर में बंगाल के प्रसिद्ध ढाक कलाकार धनुची नृत्य प्रस्तुत करेंगे, जो भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा।
त्रिग्रही योग में होगी पूजा
डॉ. चंदन उपाध्याय ने बताया कि इस बार दीपावली पर त्रिग्रही योग बन रहा है, जिसमें ग्रहों के राजा सूर्य, व्यापार के दाता बुध और ग्रहों के सेनापति मंगल एक साथ प्रभावी होंगे। यह योग सभी 12 राशियों के लिए शुभ है, विशेषकर धनु, मकर और तुला राशि वालों के लिए अत्यंत लाभकारी रहेगा। इसके साथ ही वैधृति योग और चित्रा नक्षत्र में होने वाली काली पूजा अति फलदायी होगी।
प्रसिद्ध आचार्यों की मौजूदगी
पूजा में लाल बहादुर शास्त्री दिल्ली विश्वविद्यालय से वेद और व्याकरण के आचार्य पंडित लड्डू झा और भरत झा पूजन आचार्य के रूप में शामिल होंगे। इसके अलावा, पूजन यजमान डॉ. अमित कुमार, पूजन आचार्य प्रमोद कुमार ओझा, कौशल झा, संतोष भट्ट, संजय झा, विक्की कुमार, ललितेश्वर उपाध्याय, गूंजन उपाध्याय सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे।
समाज के सभी वर्गों की भागीदारी
प्रभात मालाकार ने बताया कि इस महोत्सव में विभिन्न मंदिरों और मठों के पुजारी, शिक्षाविद, साहित्यकार और गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक एकता का भी प्रतीक है।
आमंत्रण
पूजन समिति ने सभी भक्तों और नगरवासियों से इस तीन दिवसीय काली पूजा महोत्सव में शामिल होकर मां काली का आशीर्वाद प्राप्त करने की अपील की है। यह आयोजन भक्ति, संस्कृति और सामाजिक समरसता का अनूठा संगम होगा।
संपर्क: पूजन समिति, बाह्रामणटोली, संगत स्कूल प्रांगण, मुजफ्फरपुर
तारीख: 20-22 अक्टूबर 2025
स्थान: बाबा फतेहचंद जीवित समाधि स्थल, संगत स्कूल प्रांगण, बाह्रामणटोली