मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई ने अवैध शराब के कारोबार के काले साम्राज्य को उजागर कर दिया है। जिले के टॉप-10 शराब माफियाओं में शुमार सुमंत मिश्रा को बोचहां पुलिस ने रामपुर हरि थाना क्षेत्र के मकसूदपुर से धर दबोचा। सुमंत मिश्रा का नाम हाल ही में पकड़ी गई 695 लीटर विदेशी शराब की खेप से जुड़ा था, जिसके बाद से वह पुलिस की रडार पर था। उसकी गिरफ्तारी से न सिर्फ एक बड़े शराब सिंडिकेट का पर्दाफाश हुआ, बल्कि पुलिस अब उसके नेटवर्क में शामिल 25 से अधिक धंधेबाजों की तलाश में जुट गई है।
पंजाब से झारखंड तक फैला शराब का जाल
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सुमंत मिश्रा का शराब कारोबार बिहार की सीमाओं से परे पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और झारखंड तक फैला हुआ था। वह इन राज्यों से ट्रकों के जरिए शराब मंगवाता और बोचहां, रामपुर हरि, मीनापुर, सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर और औराई जैसे इलाकों में अपने सहयोगियों को सप्लाई करता था। अब तक वह 20 से अधिक ट्रक शराब की खेप मंगवा चुका है, जिससे उसके कारोबार की विशालता का अंदाजा लगाया जा सकता है। उसके खिलाफ मीनापुर में सात, अहियापुर, बोचहां और सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर में एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
सहयोगियों की गिरफ्तारी से मिले अहम सुराग
सुमंत की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने मौके से तीन अन्य धंधेबाजों – गुड्डू कुमार, कौशल कुमार और त्रिपुरारी मिश्रा को भी हिरासत में लिया। इन तीनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि 695 लीटर शराब की खेप सुमंत मिश्रा ने ही मुहैيا कराई थी। इनके निशानदेही पर ककड़ा गांव से चुन्नू पासवान और उमा पासवान के घरों से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई। ग्रामीण एसपी विद्या सागर और एएसपी पूर्वी वन शहरियार अख्तर ने सुमंत से लंबी पूछताछ की, जिसके बाद उसके नेटवर्क की गहरी परतें सामने आईं।
संपत्ति जब्त करने की तैयारी
ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि सुमंत मिश्रा एक बड़ा शराब माफिया है और उसके शराब कारोबार से अर्जित संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बोचहां और रामपुर हरि थानेदारों को उसकी संपत्ति का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि उसने मुजफ्फरपुर के अलावा किन-किन इलाकों में अवैध धंधे से संपत्ति बनाई है। फिलहाल उसे बोचहां थाने के मामले में जेल भेजा जा रहा है, लेकिन अन्य मामलों में भी रिमांड की तैयारी है।
पुलिस की सख्ती से माफियाओं में हड़कंप
सुमंत मिश्रा की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है। यह कार्रवाई न सिर्फ शराब माफियाओं के लिए सख्त संदेश है, बल्कि बिहार में शराबबंदी को प्रभावी बनाने की दिशा में भी एक मजबूत कदम है। पुलिस अब उसके नेटवर्क में शामिल बाकी धंधेबाजों को पकड़ने के लिए छापेमारी तेज कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर अवैध शराब के कारोबार की गहरी जड़ों को उजागर किया है, जिसे खत्म करने के लिए पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कोशिशें जारी हैं।