मुजफ्फरपुर | 8 नवम्बर 2025
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के अंतिम और सबसे निर्णायक चरण — मतगणना — के लिए मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार के नेतृत्व में संपूर्ण प्रशासनिक एवं पुलिस तंत्र को मतगणना दिवस के लिए सतर्क, सजग और तत्पर रखा गया है।
दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने बाजार समिति स्थित मतगणना केंद्र का निरीक्षण कर सभी तैयारियों का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिया कि आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप सभी व्यवस्थाएँ समय से पूर्व सुनिश्चित की जाएँ, ताकि मतगणना प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की बाधा या विलंब न हो।
—
🔐 बज्रगृह बना सुरक्षा का अभेद्य किला
तीन स्तरीय निगरानी में होगी मतगणना — केवल अधिकृत व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति
बाजार समिति स्थित बज्रगृह सह मतगणना केंद्र को प्रशासन ने सुरक्षा के अभेद्य किले में तब्दील कर दिया है।
यहाँ तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है —
1️⃣ पहले घेरे में जिला पुलिस बल,
2️⃣ दूसरे घेरे में बिहार सैप के जवान,
3️⃣ तीसरे और सबसे भीतरी घेरे में अर्द्धसैनिक बल की तैनाती की गई है।
मतगणना केंद्र में सीसीटीवी कैमरे, वीडियो रिकॉर्डिंग, मेटल डिटेक्टर, बायोमेट्रिक सत्यापन और लाइव मॉनिटरिंग सिस्टम की व्यवस्था की गई है।
प्रवेश केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही मिलेगा — जिनमें गणना पर्यवेक्षक, प्रत्याशी या उनके अधिकृत एजेंट, मतगणनाकर्मी एवं सहयोगी कर्मी शामिल हैं।
अनधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश सख्त वर्जित रहेगा। उनके लिए परिसर के बाहर पार्किंग की अलग व्यवस्था की गई है।
—
🕗 14 नवम्बर को सुबह 8 बजे से होगी मतगणना प्रारंभ
मतगणना 14 नवम्बर की सुबह 8 बजे से आरंभ होगी।
जिले के सभी 11 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग मतगणना हॉल बनाए गए हैं।
प्रत्येक हॉल में 14 टेबल लगाई गई हैं, जहाँ क्रमवार ईवीएम के मतों की गिनती की जाएगी।
हर टेबल पर एक गणनाकर्मी, एक सहायक और एक माइक्रो ऑब्जर्वर की नियुक्ति की गई है।
मतगणना की शुरुआत पोस्टल बैलेट की गिनती से होगी, जिसके बाद ईवीएम मतों की गिनती की जाएगी।
हर राउंड की गणना पूरी होते ही परिणाम तत्काल आरओ एवं प्रेक्षक को सौंपे जाएंगे, ताकि प्रक्रिया सुचारू रूप से आगे बढ़ सके।
हर विधानसभा क्षेत्र का राउंड-वाइज परिणाम भी घोषित किया जाएगा।
—
📦 पारदर्शिता और विश्वास की गारंटी
स्ट्रांग रूम खुलने की प्रक्रिया प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में, वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ संपन्न होगी।
ईवीएम को सुरक्षा बलों की निगरानी में विशेष रूट चार्ट के अनुसार मतगणना हॉल तक लाया जाएगा।
गणना पूर्ण होने के बाद ईवीएम को पुनः सुरक्षित रूप से सील कर स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त केंद्रीय प्रेक्षक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतगणना के हर चरण की निगरानी करेंगे।
—
🏥 आपातकालीन सेवाएँ और सुविधा व्यवस्थाएँ पूरी
मतगणना केंद्र परिसर में चिकित्सा, बिजली, और आपातकालीन सेवाओं की संपूर्ण व्यवस्था की गई है।
यहाँ एम्बुलेंस, मेडिकल टीम, फायर ब्रिगेड और रिज़र्व पावर बैकअप तैनात रहेंगे।
नगर निगम ने परिसर की स्वच्छता, पेयजल और साफ-सुथरे वातावरण की व्यवस्था सुनिश्चित की है।
सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मतगणना स्थल पर अफवाह या अवांछित गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा — ऐसे तत्वों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
—
🗣️ जिलाधिकारी बोले — “शुद्धता और पारदर्शिता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता”
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा —
> “मतगणना लोकतंत्र का सबसे संवेदनशील और निर्णायक चरण है। हमारा संकल्प है कि यह प्रक्रिया पूरी शुद्धता, निष्पक्षता, पारदर्शिता और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न होगी।”
उन्होंने सभी निर्वाची पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आयोग द्वारा प्रदत्त मार्गदर्शिका पुस्तिका का सूक्ष्म अध्ययन कर मानक प्रक्रिया के अनुरूप त्वरित और सटीक मतगणना सुनिश्चित करें।
—
🕊️ लोकतंत्र का उत्सव, प्रशासन की जिम्मेदारी
जिला प्रशासन ने मतगणना दिवस को संवेदनशील और गौरवपूर्ण जिम्मेदारी के रूप में लिया है। सभी अधिकारियों, कर्मियों और सुरक्षाबलों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन संयम, सतर्कता और निष्पक्षता के साथ करें। मतगणना की प्रत्येक सूचना समय-समय पर सार्वजनिक रूप से साझा की जाएगी ताकि जनता और प्रत्याशी दोनों को पारदर्शिता का भरोसा मिल सके।

Posted inmuzaffarpur News