मुजफ्फरपुर, 29 मई 2025: सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की। समाहरणालय सभागार में आयोजित इस बैठक में सड़क सुरक्षा, वाहनों का सुगम और सुरक्षित परिचालन, और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
नए बाईपास पर सड़क सुरक्षा के लिए विशेष उपाय
जिलाधिकारी ने मधौल से पहाड़पुर तक बने नए बाईपास (एनएच-77) पर दुर्घटनाओं को रोकने और वाहनों के सुरक्षित आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके तहत अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी और पश्चिमी), अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (पूर्वी और पश्चिमी), और पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को बाईपास का सर्वे कर खतरनाक स्थलों को चिह्नित करने और आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय लागू करने का आदेश दिया गया।
साथ ही, बाईपास पर अपराध और दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए एक पुलिस आउटपोस्ट स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया। यातायात डीएसपी को उपयुक्त स्थान चिह्नित कर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती
जिलाधिकारी ने ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन कराने के लिए पुलिस और परिवहन विभाग को सघन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट की सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई और जुर्माना वसूली के आदेश दिए गए। अप्रैल माह में पुलिस विभाग ने 3.62 करोड़ रुपये और परिवहन विभाग ने 449 वाहनों से 12.90 लाख रुपये का जुर्माना वसूला। जिलाधिकारी ने इस अभियान को निरंतर जारी रखने पर जोर दिया।
हिट एंड रन पीड़ितों के लिए त्वरित सहायता
हिट एंड रन मामलों में पीड़ितों को समय पर अनुग्रह अनुदान सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी ने थाना स्तर से आवेदनों को तुरंत परिवहन कार्यालय भेजने का निर्देश दिया।
श्रावणी मेला के लिए विशेष
आगामी श्रावणी मेला को ध्यान में रखते हुए सकरी चौक और संगम घाट पर हाई मास्ट लाइट लगाने की कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया गया। इसके अलावा, जुरन छपरा में जिला परिषद की जमीन को पार्किंग के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी) और यातायात डीएसपी को इसकी जांच और प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया गया।
ब्लैकस्पॉट्स पर साइनेज और लाइट की व्यवस्था
राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर ब्लैकस्पॉट्स (दुर्घटना संभावित क्षेत्र) को चिह्नित कर वहां साइनेज और लाइट लगाने का निर्देश दिया गया।
सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान
जिलाधिकारी ने सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के प्रति आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक अभियान चलाने का आदेश दिया। इसके तहत प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग्स लगाने, प्रखंड स्तर पर ऑडियो-वीडियो युक्त जागरूकता रथ चलाने, और लोगों को सड़क सुरक्षा के महत्व से अवगत कराने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी की अपील: हेलमेट और सीट बेल्ट जरूरी
जिलाधिकारी ने लोगों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने और सुरक्षित जीवन के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा, “हेलमेट सिर्फ एक उपकरण नहीं, बल्कि आप और आपके परिवार की सुरक्षा की ढाल है।” उन्होंने दोपहिया वाहन चालकों और पीछे बैठने वालों से हेलमेट पहनने, चार पहिया वाहन चालकों से सीट बेल्ट लगाने, और सड़क पर सावधानी बरतने की सलाह दी।
सड़क दुर्घटना में घायल की मदद करें, मिलेगा 10,000 रुपये का पुरस्कार
जिलाधिकारी ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी मानवीय मदद के लिए 10,000 रुपये का पुरस्कार देगी। “आपकी समय पर मदद किसी का जीवन बचा सकती है,” उन्होंने जोर देकर कहा।
ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:
• वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग या सेल्फी न लें।
• अपने वाहन को निर्धारित लेन में चलाएं।
• लेन बदलते समय उचित संकेत दें।
सड़क पार करते समय सावधानी बरतें।
निष्कर्ष: मुजफ्फरपुर प्रशासन सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। जागरूकता, कठोर कार्रवाई, और बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से जिला प्रशासन का लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं को न्यूनतम करना और सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करना है।