अमरनाथ यात्रा के दौरान बादल फटने से मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के बेतिया, मोतिहारी सहित उत्तर बिहार के 80 से अधिक श्रद्धालु बालटाल स्थित बेस कैंप, पहलगाम से लेकर डोमेलरेलवे पटरी के बीच फंसे हुए हैं. इससे आगे की यात्रा को प्रशासन ने रोक दिया है. इसमें मुजफ्फरपुर कोषागार के तीन पदाधिकारी व कर्मचारी भी शामिल हैं. हालांकि, वे सभी सुरक्षित हैं, जहां सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं. ठंड अधिक होने से थोड़ी परेशानी बढ़ गयी है. ब्रह्मपुरा के राहुल नगर के प्रभात कुमार भी वहां फंसे हैं. उनके साथ भी आधा दर्जन ब्रह्मपुरा और कांटी प्रखंड इलाके के श्रद्धालु फंसे है.
सरैया, कांटी और शहरी क्षेत्र के कई श्रद्धालु जहां तहां फंसे
प्रभात कुमार वर्तमान में बालटाल स्थित बेस कैंप में सुरक्षित है. वे शनिवार से चढ़ाई करने वाले थे. लेकिन, अगले आदेश तक यात्रा को रोक दिया गया है. इस वजह से वे बालटाल में ही फंसे हैं. वहीं नया टोला कन्या विद्यालय के प्राचार्य राजेश कुमार मिश्रा पहलगाम में अपने नौ सदस्यीय टीम के साथ फंसे है. उन्होंने अपने फेसबुक के माध्यम से इसकी जानकारी दी है. पोस्ट में लिखा है कि ‘हम सभी साथी सुरक्षित हैं. अभी पहलगाम बेस कैंप पर ही हैं. कई शुभचिंतकों मित्रों का कॉल लगातार आ रहा है. बादल फटने की दुखद सूचना के कारण. आप सभी का हार्दिक आभार. बता दें कि सरैया, कांटी और शहरी क्षेत्र के पांच दर्जन से अधिक श्रद्धालु जहां तहां फंसे हैं.
परिजन संपर्क साधने में जुटे
बताया जाता है कि सेना राहत कार्य में जुट गयी है. 10 श्रद्धालुओं के मरने की सूचना है. हादसा के बाद उस इलाके में इंटरनेट भी काम करना बंद कर दिया है. श्रद्धालुओं के परिजन भी संपर्क करने में जुटे हैं. संपर्क होने में परेशानी हो रही है. लगातार वे लोग व्हाट्सएप, मैसेंजर से कॉल कर अपने परिजनों से संपर्क साधने में जुटे हैं. सपर्क नहीं होने के कारण लोग चिंतित है. बता दें कि दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार की शाम को बादल फटने से आयी बाढ़ के कारण 16 लोगों की मौत हो गयी है.
इनपुट : प्रभात खबर
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