गुजरात, अखिल भारतीय चतु: सम्प्रदाय के अध्यक्ष एवं महंत ब्रहर्षि योगीराज बर्फानी दादा महाराज ब्रह्मलीन हो गये हैं. महाराज ने गुजरात के अहमदाबाद में वुद्धवार रात 9.45 बजे अंतिम सांस ली. भक्तो के अनुसार उनकी उम्र 150 वर्ष की थी. महाराज को शुक्रवार को दोपहर 2 बजे मेहंदीपुर बालजी में समाधि दी जायेगी. उम्मीद जताई जा रही है की इस मौके पर देशभर के साधु संत पहुंचेंगे.

बाबा बर्फ़ानी ने ही छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में पाताल भैरवी मंदिर की नींव रखी थी. बर्फानी बाबा ने अमरकंटक, अयोध्या, भोपाल, इंदौर, ओंकारेश्वर, नागपुर, राजनंदगांव, खैरागढ़, विशाखापट्टनम, आणंदो (कच्छ-गुजरात) में अपने आश्रम में विविध धार्मिक, मानवीय और सामाजिक गतिविधियों में जीवन समर्पित किया था. बर्फानी बाबा ने करौली जिले में टोडाभीम तहसील में राजस्थान की धर्मस्थली मेहंदीपुर बालाजी में अपने वृहद आश्रम की स्थापना की थी. वे अपने अंतिम समय तक यहां सामाजिक और धार्मिक कार्यों का निर्देशन करते रहे थे.

उनके निधन की खबर मिलने के बाद भक्तों में शोक व्याप्त है। ज्ञात हो की हिमालय काया कल्पी संत बर्फानी दादाजी हर साल 25 दिसंबर से 1 जनवरी तक भागवत कथा करते थे. जिसमे देश-विदेश के अनुयायी राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी में दर्शनार्थ आया करते थे. बर्फानी दादा देवलोकगमन होने की खबर के बाद उनके लाखों अनुयायियों में शोक की लहर छा गई है. साेशल मीडिया पर भी महाराज की श्रद्धाजंलि दी जा रही है. वहीं मेहंदीपुर बालाजी में उनको समाधि दिये जाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है!