बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा: तिरहुत प्रमंडल में 250 शिक्षकों का सम्मान।

बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा: तिरहुत प्रमंडल में 250 शिक्षकों का सम्मान।

बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “The Bihar Teachers History Makers (#TBT)” मेरा मोबाइल मेरी शिक्षा फेसबुक मंच द्वारा एक विशेष पहल शुरू की गई है। इस मंच के तहत उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है जो पारंपरिक शिक्षण पद्धतियों से हटकर नवीन और रचनात्मक तरीकों से बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इसी कड़ी में तिरहुत प्रमंडल स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन 1 जून 2025 को मोतिहारी के जिला परिषद सभागार में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

इस समारोह में तिरहुत प्रमंडल के छह जिलों से लगभग 250 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट नवाचारी शिक्षण कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। ये शिक्षक न केवल अपने विद्यालयों और कक्षाओं में बच्चों के समग्र विकास के लिए अभिनव प्रयास कर रहे हैं, बल्कि खेल-खेल में शिक्षा, डिजिटल उपकरणों का उपयोग, और विद्यार्थियों में जिज्ञासा व रचनात्मकता को बढ़ावा देने वाले तरीकों को अपनाकर शिक्षा को अधिक रुचिकर और प्रभावी बना रहे हैं। इन शिक्षकों ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ छात्रों में सीखने की क्षमता विकसित करने और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।


कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ममता राय (जिला परिषद अध्यक्षा), विशिष्ट अतिथि प्रीति कुमारी (मेयर), ईश्वर चंद्र मिश्रा (अध्यक्ष, जिला परिषद शिक्षा समिति), नित्यम गौरव (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी), व्याख्याता संजय तिवारी, उमेश कुमार गुप्ता, मंजू कुमारी, विजय कुमार पांडेय और टीबीटी मंच के संरक्षक ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी (पूर्व डीन, आर्यभट्ट विश्वविद्यालय) की गरिमामयी उपस्थिति में संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। मंच संचालन रजनीश कुमार ने किया।

कार्यक्रम की निगरानी टीबीटी के फाउंडर डॉ. कुमार गौरव, उपाध्यक्ष मो. जियाउल होदा, कोषाध्यक्ष सह स्टेट कल्चरल हेड अरविंद कुमार और प्रवक्ता शिव कुमार ने की। प्रवक्ता शिव कुमार ने बताया कि इस आयोजन में शिक्षिका अलका शुक्ला, माला सिन्हा, ओनम सिंह और पुष्पा गुप्ता का योगदान अविस्मरणीय रहा।


इस समारोह में पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन प्रखंड के अविनाश नारायण ठाकुर, नम्रता सहित दर्जनों शिक्षकों को सम्मानित किया गया। साथ ही, वैशाली जिले के महनार प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय लावापुर नारायण की शिक्षिका अनामिका कुमारी को उनके उत्कृष्ट प्रयासों के लिए विशेष पुरस्कार से नवाजा गया।


यह सम्मान समारोह न केवल शिक्षकों के लिए प्रेरणा और उत्साह का स्रोत है, बल्कि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्ता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ है।