जिले में संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। जेल में बंद कुख्यात अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। SSP सुशील कुमार ने साफ चेतावनी दी है कि जो लोग ऐसी विवादित संपत्ति खरीदने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी।
जिले के SSP सुशील कुमार ने बताया कि नए कानून BNSS 107 के तहत संगठित अपराध में लिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस कड़ी में चार कुख्यात अपराधियों—चुन्नू ठाकुर, पूर्व मेयर हत्याकांड के आरोपी रणंजय ठाकुर, पप्पू सहनी और 3 लाख के इनामी छोटू राणा—की संपत्ति जब्त करने के लिए कोर्ट में आवेदन दाखिल किया जा चुका है।
SSP ने बताया कि चुन्नू ठाकुर पिछले 38 सालों से अपराध की दुनिया में सक्रिय है और उसके खिलाफ 42 मामले दर्ज हैं। वहीं, रणंजय ठाकुर पर 3, पप्पू सहनी पर 12 और छोटू राणा पर भी एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इन अपराधियों की संपत्ति का आकलन कर नए कानून के तहत कोर्ट में आवेदन किया गया है।
संपत्ति बेचने की फिराक में अपराधी:
SSP ने खुलासा किया कि संपत्ति जब्ती की कार्रवाई की भनक लगते ही ये अपराधी अपनी संपत्ति बेचने की कोशिश में जुट गए हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि ऐसी विवादित संपत्ति को न खरीदें, वरना खरीदारों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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प्रशासन की सख्ती:
संपत्ति की खरीद-फरोख्त और दाखिल-खारिज को रोकने के लिए रजिस्ट्रार और सर्कल ऑफिसर (CO) को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। SSP ने कहा, “हमारा मकसद संगठित अपराध, शराब के अवैध कारोबार और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों पर लगाम लगाना है। इसके लिए 110 अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
क्या है BNSS 107?
BNSS 107 एक नया कानून है, जो संगठित अपराध में लिप्त अपराधियों की अवैध संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। इस कानून के तहत अपराधियों की संपत्ति का आकलन कर कोर्ट के जरिए उसे जब्त किया जा सकता है।
आम जनता के लिए चेतावनी:
SSP सुशील कुमार ने कहा, “हमारी कोशिश है कि अपराध की कमाई से बनी संपत्ति को जब्त कर अपराधियों पर शिकंजा कसा जाए। लेकिन अगर कोई व्यक्ति ऐसी संपत्ति खरीदता है, तो उसे भी कानूनी परिणाम भुगतने होंगे।
आउट्रो:
जिले में अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस की यह कार्रवाई कितनी प्रभावी होगी, यह तो वक्त बताएगा। लेकिन SSP की सख्ती और नए कानून के तहत की जा रही इस कार्रवाई से अपराधियों में खलबली जरूर मच गई है।