मुजफ्फरपुर: जिला विधिक सेवा प्राधिकार, मुजफ्फरपुर ने राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन के लिए कमर कस ली है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली और बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, पटना के निर्देश पर यह आयोजन 10 मई, 2025 को व्यवहार न्यायालय, मुजफ्फरपुर में होने जा रहा है। इसकी तैयारियों को लेकर आज 24 मार्च, 2025 को ए.डी.आर. भवन में एक अहम बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सुश्री जयश्री कुमारी ने की, जिसमें मुजफ्फरपुर न्यायमंडल के कर्मचारियों (मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी स्तर तक) ने हिस्सा लिया।
इस बैठक में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष श्वेता कुमारी सिंह के निर्देशों का पालन करते हुए लोक अदालत की सफलता पर जोर दिया गया। जयश्री कुमारी ने सभी कर्मचारियों को सुलहनीय अपराधिक वादों को चिन्हित करने और पक्षकारों को तुरंत नोटिस भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी अपने-अपने थानों से नोटिस का समय पर तामिला सुनिश्चित कराएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा मामले सुलह के आधार पर निपटाए जा सकें।
सचिव ने यह भी जोर दिया कि जिन वादों में पहले से सुलहनामा दाखिल है, उनमें नोटिस तामिला के बाद पीठासीन पदाधिकारियों को जानकारी दी जाए। इससे राष्ट्रीय लोक अदालत में इन वादों का निष्पादन आसान हो सकेगा। बैठक में कर्मचारियों ने आश्वासन दिया कि वे दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए हर संभव कोशिश करेंगे।
इसके अलावा, कर्मचारियों को यह भी हिदायत दी गई कि वे चिन्हित सुलहनीय वादों से जुड़े पक्षकारों को प्री-सिटिंग के लिए पीठासीन पदाधिकारी के सामने पेश करें। इससे पक्षकारों को समझा-बुझाकर मामले का निपटारा कराने में मदद मिलेगी। यह कदम न केवल न्यायिक प्रक्रिया को तेज करेगा, बल्कि पक्षकारों को लंबी कानूनी प्रक्रिया से राहत भी देगा।
राष्ट्रीय लोक अदालत का यह आयोजन मुजफ्फरपुर में सुलहनीय वादों के बोझ को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। अब देखना यह है कि 10 मई को कितने मामलों का निपटारा इस पहल के जरिए हो पाता है।