दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री और आप विधायक सोमनाथ भारती पर उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्याही फेंकी गई है। आरोप है कि ‘भाजपा नेता’ ने उनपर स्याही फेंकी है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक (रायबरेली) श्लोक कुमार ने बताया कि आप विधायक पर स्याही फेंकने की घटना हुई है। इसकी छानबीन की जा रही है।
भारती इन दिनों यूपी के दौरे पर हैं और इसी क्रम में वो सोमवार को रायबरेली पहुंचे थे। यहां जब किसी बात पर प्रदेश पुलिस से उनकी कहासुनी हो गई तभी पास खड़े व्यक्ति ने स्याही फेंक दी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। इसमें भारती कहते हैं कि योगी तो जाएगा, लिखवा लो मुझसे।
तभी एक शख्स ने उनपर स्याही फेंकते हुए कहा कि योगी कहीं नहीं जाएगा। इसके बाद सीएम योगी के समर्थन में जोर-जोर से नारेबाजी होने लगी।
इस घटना के बाद भारती ने सीएम योगी आदित्य नाथ को निशाने पर ले लिया। उन्होंने सीएम का असली नाम अजय सिंह बिष्ट लेते हुए उन्हें गुंडा करार दिया और कहा कि उनकी गुंडई प्रदेश की जनता के सामने देखेंगे। पूरे राज्य में बताएंगे। यहां महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। शिक्षा को मिटाया जा रहा है।
इधर घटना के बाद सोमनाथ भारती को भी गिरफ्तार कर लिया। अमेठी के अपर पुलिस अधीक्षक दया राम ने बताया कि सोमनाथ भारती के खिलाफ जगदीशपुर थाने में मामला दर्ज था, उसी सिलसिले में उन्हें रायबरेली से गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि सोमनाथ भारती द्वारा उत्तर प्रदेश के अस्पतालों को लेकर की गई विवादित टिप्पणी पर भाजपा कार्यकर्ता सोमनाथ शाहू ने जिले के जगदीशपुर थाने मे मामला दर्ज कराया था।

इस घटनाक्रम पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने योगी आदित्य नाथ को निशाने पर लिया है। आप से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा- आदित्य नाथ सरकार की तानाशाही चरम पर है। आप ने स्कूल, अस्पताल की बदहाली का सवाल उठाया तो आदित्य नाथ जी ने AAP नेताओं को आतंकित करना शुरू कर दिया। पूर्व मंत्री व विधायक सोमनाथ भारती पर रायबरेली में भाजपाईयों ने हमला कर दिया और सोमनाथ को ही पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।

दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा- यह काली स्याही नहीं बल्कि योगी सरकार का काला अध्याय है जो जल्द ही मिटने वाला है, यह 2022 में उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार के आने की आहट है इसमें भाजपा का डर साफ नजर आता है।
इनपुट : जनसत्ता