बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सहरसा के क्वारंटाइन सेंटर में अप्रवासी श्रमिकों का वीडियो सोशल मीडिया पे वायरल होने के बाद नीतीश सरकार से पूछा सवाल उन्होंने कहा कीसरकार के राहत और सहायता प्रदान करने के सभी लंबे-लंबे दावे उजागर हो चुके है। क्वारंटाइन सेंटरों में सूखा चूरा, सूखा भात, नमक और मिर्च दिया जा रहा है। सरकार के कुप्रबंधन के वीडियो वायरल हो रहे है। लाखों श्रमिक पैदल चल रहे है। रास्ते में मर रहे है। बाहर से आने वाले श्रमवीरों से पूछिए कि उनमें से कितनों को 1000₹ मिला है। प्रतिदिन सभी खुलकर कह रहे है उन्हें सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई है। पोर्टल पर पंजीकरण के बावजूद ट्रेनों द्वारा नहीं भेजा गया।
बिहार के लोग एक समय में दो आपदाओं से जूझ रहे हैं। कोरोना तो सबसे बड़ी आपदा है ही लेकिन बिहार सरकार तो खुद वायरस से भी बड़ी आपदा साबित हो रही है। मुख्यमंत्री द्वारा इस स्थिति को सही तरीक़े से नहीं संभालने के कारण सरकार पर जनता का विश्वास खत्म हो गया है। जनप्रतिनिधियों की कहीं कोई पूछ नहीं, चंद भ्रष्ट पसंदीदा अधिकारियों के भरोसे पूरी सरकार चल रही है।
सरकार हर दूसरे दिन नियम बदल रही है। पहले बोलते है यात्रा फ़्री करेंगे, फिर शर्त लगाते है कि क्वारंटाइन के बाद किराया और 500₹ देंगे। मीडिया का प्रवेश वर्जित करते है। अब कहते है हमारी ख़ामियाँ दुनिया को मत बताओ अन्यथा पैसा नहीं देंगे। जैसे इनके पुरखों के ख़ज़ाने से पैसा दे रहे है। इनकी कोई मंशा ठीक नहीं है। ये बस चुनावी प्रबंधन में लगे हुए है।
माननीय मुख्यमंत्री जी, इस विपदा की घड़ी में अप्रवासियों के लिए आफ़त और भ्रष्टाचार की गंगोत्री बन चुके अपने आपदा प्रबंधन विभाग को बोलिए कि भ्रष्टाचार कम और सेवा भाव अधिक रखे। यह विभाग ग़रीबों को राहत कम लानत ज़्यादा दे रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग आपके पसंदीदा बाबुओं के लिए संपदा सृजन विभाग बन चुका है। भ्रष्टाचार और सरकारी ख़ज़ाने की लूट पर अंकुश लगाइए।
Everything is very open and very clear explanation of issues. was truly information.
JCB Loader Dashboard Warning Lights
rattilukko
small sailboat types https://twitter.com/smallsailboat_
outboard vs inboard https://medium.com/@bouchardju35/outboard-vs-inboard-which-engine-is-right-for-boat-c1c35bedca20