राजगीर : बिहार सरकार में संसदीय कार्य, ग्रामीण विकास मंत्री व जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार के राजगीर दौरे का राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. यह सरकारी दौरा था. गंगा जल उद्वह परियोजना का जायजा लेने आए थे. श्रवण कुमार ने कहा कि जातीय जनगणना पर सर्वदलीय बैठक होगी. सभी दलों की राय ली जाएगी. उम्मीद है बीजेपी जातीय जनगणना पर समर्थन करेगी. बीजेपी और जेडीयू में टकराव नहीं है. कई लोग अटकलें लगा रहे हैं कि बिहार में कुछ बड़ा सियासी उलटफेर होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा. एनडीए की सरकार चलती रहेगी.

श्रवण कुमार ने कहा कि जेडीयू विधायकों को 72 घंटे तक पटना में रहने का कोई आदेश नहीं दिया गया है. यह अफवाह है. जेडीयू से राज्यसभा आरसीपी सिंह जाएंगे या कौन जाएगा इसकी मुझे जानकारी नहीं. राज्यसभा चुनाव को लेकर पार्टी की बैठक हुई थी. नीतीश कुमार को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया है. नीतीश ही निर्णय लेंगे कि जदयू कोटे से राज्यसभा कौन जाएगा. नीतीश जो भी फैसले लेंगे वह जेडीयू के हित में होगा.

कब होगी कैबिनेट मीटिंग
उन्होंने कहा कि कैबिनेट मीटिंग जब लगातार होती है तब तो कोई सवाल नहीं उठाता. आज कल कैबिनेट मीटिंग नहीं हो रही है, इसलिए कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. एजेंडों पर कैबिनेट मीटिंग होती है. एजेंडों पर कैबिनेट मीटिंग में मोहर लगती है. एक साथ कई एजेंडे आ जाएंगे तो कैबिनेट मीटिंग होगी.

नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है गंगा उद्भव योजना
बता दें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को नालंदा के राजगीर दौरे पर हैं. उनके साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा, संसदीय कार्य, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार थे. राजगीर में नीतीश ने गंगाजल उद्वह परियोजना का जायजा लिया. गंगा उद्भव योजना नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है.
राजनीतिक ऊहापोह की स्थिति में नीतीश का राजगीर प्रवाह
नीतीश का राजगीर दौरा काफी सुर्खियों में है. राजनीतिक ऊहापोह की स्थिति में नीतीश हमेशा राजगीर प्रवाह पर चले जाते हैं. राजगीर से हमेशा चौंकाने एवं बड़े फैसले नीतीश लेते हैं. 2013 में नीतीश राजगीर दौरे पर आए थे. उसके बाद बीजेपी से गठबंधन तोड़ दिये थे. 2017 में नीतीश राजगीर दौरे पर थे. उस समय बड़ा फैसला लेते हुए वह महागठबंधन छोड़ एनडीए में चले गए थे.
बीजेपी जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं
बिहार की सियासत में इन दिनों ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है. जेडीयू के सभी विधायकों को 72 घंटे तक पटना में रहने का आदेश दिया गया है. लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. 27 मई को नीतीश ने जातीय जनगणना पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बीजेपी जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं है. जातीय जनगणना, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, यूनिफॉर्म सिविल कोड, शराबबंदी इत्यादि पर बीजेपी का जेडीयू से टकरार दिख रहा है. हाल के दिनों में नीतीश-तेजस्वी के बीच नजदीकी भी बढ़ी है.
आरसीपी सिंह भी हैं हालिया विवाद की जड़
केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह का राज्यसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इसबार उनको पार्टी राज्यसभा नहीं भेज सकती है. हालिया विवाद की जड़ आरसीपी सिंह भी हैं. बीजेपी के वह काफी करीबी हैं. वहीं, बिहार में काफी समय से कैबिनेट की बैठक नहीं हुई है. अगर ये सभी कड़ियां एक साथ जोड़ दी जाएं तो संभावना दिख रही है कि बिहार की सियासत में कुछ बड़ा हो सकता है. इन सब घटनाक्रम के कारण बिहार की सियासत गरमा गई है और नीतीश राजगीर दौरे पर चले गए. आज देर शाम में वह पटना लौट सकते हैं.
Source : abp news
Advertisment



