राज्य के पंचायत चुनाव में दूसरे चरण में 29 सितंबर को कराए गए मतदान की गणना शुक्रवार को होगी। मुजफ्फरपुर के सरैया व मड़वन समेत 34 जिलों के 48 प्रखंडों की 692 ग्राम पंचायतों की मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार दूसरे चरण के चुनाव में 21,131 पदों के लिए 55.02 फीसद मतदाताओं ने ही मताधिकार का प्रयोग किया। 692 पंचायतों में पांच बजे तक 46.02 फीसद पुरुषों ने, जबकि 60.52 फीसद महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया। 21,131 पदों के लिए कराए गए चुनाव से पूर्व 3,402 पदों पर सदस्यों का निíवरोध निर्वाचन हुआ है। निर्विरोध चुने गए जन प्रतिनिधियों में 126 ग्राम पंचायत सदस्य, 3,271 प्रत्याशी ग्राम कचहरी पंच, एक प्रत्याशी पंचायत समिति सदस्य, तीन प्रत्याशी ग्राम कचहरी के सरपंच और एक प्रत्याशी जिला परिषद सदस्य के रहे।
जिले में पहले चरण के लिए सरैया और मड़वन प्रखंड की पंचायतों के लिए शुक्रवार को मतों की गिनती होगी। सरैया की 29 पंचायतों के वोटों की गिनती बाजार समिति स्थित मतगणना केंद्र पर होगी। वहीं, मड़वन की 14 पंचायतों के लिए आरडीएस कालेज में वोटों की गिनती होगी। मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी। इसके लिए 16 टेबल बनाए गए हैं। 16 वार्ड तक वाली पंचायतों के लिए एक राउंड की गिनती होगी। इससे अधिक वार्ड वाली पंचायतों की गिनती दो राउंड में होगी। सुबह नौ बजे तक परिणाम आने की उम्मीद है। सरपंच और पंच के लिए मतपत्र से चुनाव होने कारण इसके परिणाम देर से आएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए शनिवार तक का समय तय किया है। प्रशासन शुक्रवार को ही मतगणना पूरा करने का प्रयास कर रहा है। दोनों प्रखंडों में कुल छह पदों की 1187 सीटों के परिणाम आएंगे। 5125 उम्मीदवार ने भाग्य आजमाया था। यहां की कुल 1323 सीटों में से 134 ग्राम कचहरी पंच व दो ग्राम पंचायत (वार्ड) सदस्य का निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है।
पदाधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी : मतगणना कार्य को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) प्रणव कुमार ने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। सभी कर्मियों को मतगणना शुरू होने से दो घंटे पहले केंद्र पर पहुंचने का आदेश दिया है। जिला कोषागार पदाधिकारी सुशील कुमार को दोनों बज्रगृह का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। यातायात व्यवस्था सुचारू रखने की जिम्मेदारी एसडीओ पूर्वी को दी गई है। आवश्यकता के अनुसार ड्राप गेट लगाने को कहा गया है।
एक पंचायत की गिनती पूरी होने के बाद ही दूसरी की शुरू होगी : राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में एक पंचायत की मतगणना पूरी होने के बाद ही दूसरी की शुरू की जाएगी।जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्य की मतगणना के लिए अलग-अलग हाल बनाए गए हैं। वहीं सरपंच एवं पंच के वोटों की गिनती के लिए एक साथ अलग हाल में होगी। ईवीएम के वोटों की गिनती के लिए प्रत्येक गणना पटल पर मतगणना आब्जर्वर, पर्यवेक्षक एवं सहायक नियुक्त किए गए हैं। माइक्रो आब्जर्वर को मतगणना कार्य का पर्यवेक्षण गंभीरता से करने को कहा गया है।
ओसीआर कैमरे में कैद होगी मतगणना : ईवीएम से वोटों की गिनती का ओसीआर कैमरे की मदद से रिकार्ड रखा जाएगा। कंट्रोल यूनिट (सीयू) के ऊपर इस कैमरे को लगाया जाएगा। प्रत्येक ईवीएम में उम्मीदवार वोटों को इस कैमरे में कैप्चर किया जाएगा। मतगणना टेबल पर रखी सीयू में एक साथ वोट गिने जाएंगे। सीयू नहीं हिले इसपर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। सीयू के हिलने पर मतगणना फिर से कराने के आवेदन को स्वीकार करने को कहा गया है।
कोविड प्रोटोकाल का करना होगा पालन : मतगणना कार्य में लगे सभी कर्मियों एवं पदाधिकारियों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने को कहा गया है। सभी को अनिवार्य रूप से मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करने को कहा गया है। पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती की लाइव वेबकास्टिंग होगी। इसकी भी तैयारी कर ली गई है। इसके अलावा सभी टेबल पर ओसीआर कैमरा लगा होगा। ईवीएम के वोटों की गिनती के लिए यह कैमरा लगाया गया है। मतगणना के बाद ईवीएम का उपयोग दूसरे प्रखंड के लिए होगा। इस कारण इसकी मेमोरी को डिलीट कर दिया जाएगा।
कड़ी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था : बज्रगृह की सुरक्षा व्यवस्था पहले से त्रिस्तरीय है। चुनाव परिणाम के बाद विजेता और पराजित उम्मीदवारों के बीच तनाव नहीं हो, उसके लिए पुलिस और प्रशासन अलर्ट रहेगा। मतगणना केंद्र के पास ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए ड्राप गेट लगाए जाएंगे।
सरपंच और पंच में जीत का अंतर दस से कम तो पुनर्मतगणना का आवेदन होगा स्वीकार : सरपंच और पंच का चुनाव मतपत्र से हुआ है। इसे देखते हुए इन पदों के लिए जीत का अंतर दस से कम होने पर पुनर्मतगणना के आवेदन को स्वीकार किया जाएगा। इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग ने पहले ही निर्देश जारी कर दिया है।
Source : Dainik Jagran