नई दिल्ली, अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों के साथ संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। यह सत्र कुल 18 दिनों का है, जो बगैर किसी छुट्टी के लगातार एक अक्टूबर तक चलेगा। हालांकि इस सत्र में पहले जैसी रौनक नहीं रहेगी, क्योंकि संसद के दोनों ही सदन अलग-अलग समय पर चलेंगे। साथ ही सभी सांसदों को सुरक्षा के लिहाज से अलग अलग चार स्थानों पर बिठाया जाएगा। लेकिन यह तय है कि राजनीतिक गर्मी रहेगी। विपक्ष चीन के साथ एलएसी पर चल रहे विवाद, अर्थव्यवस्था और कोरोना संकट जैसे मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। सरकार ने 11 विधेयक पेश करने की तैयारी की है और विपक्ष का साफ कर दिया है कि वह कम से कम चार विधेयकों का विरोध करेगा।

फिलहाल संसद के मानसून सत्र का जो काम-काज तय किया है, उनमें पहले दिन राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव होगा। यह थोड़ा गहमा- गहमी भरा होगा, क्योंकि विपक्ष ने एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश के मुकाबले मनोज झा को उतार रखा है। हालांकि राज्यसभा की संख्या गणित के लिहाज से हरिवंश का चुनाव जीतना तय माना जा रहा है, लेकिन विपक्ष के उम्मीदवार से सरगर्मी थोड़ी बढ़ी हुई है।

इसके साथ ही सरकार इस पूरे सत्र में 11 विधेयकों को भी पेश करेगी। हालांकि कांग्रेस ने इनमें से चार विधेयकों पर खुले विरोध का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने रविवार को पत्रकारों से चर्चा में कहा कि जिन चार विधेयकों के विरोध का निर्णय लिया गया है, उनमें तीन कृषि और किसानों से जुड़े है, जबकि एक फाइसेंस से जुड़ा विधेयक है। जिसमें बैकिंग रेगुलेशन एक्ट में बदलाव का प्रस्ताव है। इसके तहत सरकारी बैंकों को आरबीआई के अधीन हो जाएगी। जो अब तक राज्यों के रेगुलेशन से चलती थी। यह राज्यों के खिलाफ है।

विपक्ष के सवालों का पूरी ताकत से जवाब देगी सरकार

वहीं जो एग्रो मार्केटिंग से जुड़ा विधेयक है, उसका भी पंजाब, छत्तीसगढ, राजस्थान आदि राज्यों ने विरोध किया है। साथ ही कहा है कि यह किसानों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी बाकी विधेयकों को लेकर कोई आपत्ति नहीं है, बस कुछ सवाल है, जो हम विधेयक के सदन में आने पर पूछेंगे। विपक्ष की सरकार को घेरने की रणनीति के बीच सरकार भी जबाव देने की पूरी तैयारी है। खासकर चीन विवाद और कोरोना संकट के मुद्दे पर वह विपक्ष के सवालों का पूरी ताकत से जवाब देगी।

लोकसभा अध्यक्ष ने तैयारियों का लिया जायजा

कोरोना संकटकाल में सोमवार से शुरु हो रहे संसद सत्र की तैयारियों का रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जायजा लिया। इस दौरान प्रवेश द्वार से लेकर सभा कक्ष तक के सभी सुरक्षा इंतजामों को बारीकी से परखा। साथ ही अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया, कि सुरक्षा इंतजामों में किसी भी तरह की चूक नहीं होनी चाहिए। इससे पहले उन्होंने बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के साथ बैठक की है। जिसमें बताया कि कोरोना जांच की व्यवस्था पूरे सत्र के दौरान रहेगी।

इनपुट : जागरण

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