मुजफ्फरपुर, कुढ़नी उपचुनाव में लड़ाकों की स्थिति बहुत हद तक साफ होने लगी है। महागठबंधन में यह सीट जदयू की झोली में गई और उसने अपने पुराने दिग्गज को मैदान में उतार दिया है। मनोज कुशवाहा जदयू से मंत्री रह चुके हैं। अब बारी भाजपा व वीआईपी की है, जिसके उम्मीदवार की घोषणा रविवार को होने की उम्मीद है।

मनोज कुशवाहा के मैदान में उतारने की घोषणा के साथ ही महागठबंधन ने अपना रणनीतिक पत्ता खोल दिया है। वे न केवल वहां से विधायक रहे हैं, बल्कि मंत्रीमंडल में भी शामिल रहे हैं। पटेल समाज पर उनकी पकड़ अच्छी है। कुढ़नी में इस समाज के लोगों की ठीक-ठाक संख्या बल है। भाजपा की स्थिति लगभग साफ है, केवल औपचारिक घोषणा बाकी है। कुढ़नी की लड़ाई भाजपा अपने पुराने सिपाही के बूते लड़ने की तैयारी में है। वीआईपी को लेकर संशय बरकरार है। उसने घोषणा कर रखी है कि 16 नवम्बर को उसका उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करेगा। उसने दूसरी बार साफ किया है कि यदि महागठबंधन या एनडीए में से कोई भी सहनी समाज के उम्मीदवार को मौका देता है तो वह उसका समर्थन करेगी। महागठबंधन ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। अब नजर राजग की ओर है। दीगर बात है यह कि एमआईएमआईएम उम्मीदवार अल्पसंख्यक वोट में सेंध लगा सकते हैं। इससे भाजपा की राह कुछ आसान हो सकती है। लेकिन कुढ़नी से अभी कोई ऐसा दमदार नाम सामने नहीं आया है।

बोचहां का सबक कुढ़नी के लिए अहम :

कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा के सांसद की परीक्षा होगी। बोचहां उपचुनााव का परिणाम कुढ़नी में अधिक होमवर्क करने का संकेत दे रहा है। सहनी समाज में सांसद की पैठ एक बार कसौटी पर है। यदि वीआईपी या महागठबंधन का उम्मीदवार इस समाज का वोट प्रभावित करने में कामयाब हुआ तो कई नई राजनीतिक लकीरें खिंच सकती हैं। मुकेश सहनी जिले में लगातार अपने समाज का सिरमौर होने का जतन करते आये हैं। ऐसे में कुढ़नी की जंग दिलचस्प होगी।

बाहरी बनाम भीतरी का नारा शुरू :

कुढ़नी उपचुनाव में पोस्टर वार के सहारे बाहरी बनाम कुढ़नी का बेटा की लड़ाई छिड़ गई है। एक संगठन के हवाले से पूरे कुढ़नी में इस आशय के पोस्टर लगाये गए हैं। सवाल है कि यदि बाहरी व भीतरी के मुद्दे को उछाला जाता है तो फायदे में कौन रहेगा। जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा कुढ़नी के स्थायी निवासी हैं, भाजपा के जिस उम्मीदवार की चर्चा अभी तक चल रही है, वे बाहर के हैं। वहीं वीआईपी व एआईएमआईएम की स्थिति अभी साफ नहीं है।

Input : live hindustan

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