लखनऊ: लखनऊ के अस्पताल में भर्ती यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है. उन्होंने शनिवार रात अस्पताल में आखिरी सांस ली. वे 4 जुलाई से लखनऊ के SGPGI अस्पताल में भर्ती थे. बताते चलें कि बीजेपी के दिग्गज नेता और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह (Kalyan Singh) की हालत गंभीर होने पर उन्हें 4 जुलाई को लखनऊ के SGPGI अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया था. तब से उनकी हालत में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ था. शनिवार को उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया. जिससे उनकी मौत हो गई.

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के बड़े नेता थे. उनका निधन बीजेपी के लिए बड़ी क्षति है. उनके निधन पर राज्य में 3 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. रविवार शाम को पूर्व सीएम कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अलीगढ़ ले जाया जाएगा. सोमवार को अतरौली की जनता उनके अंतिम दर्शन कर सकेगी. इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा.

सीएम योगी ने कहा कि सोमवार को यूपी में राजकीय अवकाश रहेगा. साथ ही कैबिनेट मीटिंग करके शोक प्रस्ताव पास किया जाएगा.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कल्याण सिंह के देहांत पर अपनी शोक संवेदना जाहिर की है. राष्ट्रपति ने कहा, ‘कल्याण सिंह जी का जनमानस से अद्भुत जुड़ाव था. मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने दृढ़तापूर्वक साफ़-सुथरी राजनीति को प्रश्रय दिया व शासन-व्यवस्था से अपराधियों-भ्रष्टाचारियों को बाहर‌ किया. उन्होंने पदों की गरिमा बढ़ाई. उनके निधन से हुई क्षति अपूरणीय है. मेरी हार्दिक शोक संवेदनाएं!’

कल्याण सिंह जी का जनमानस से अद्भुत जुड़ाव था। मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने दृढ़तापूर्वक साफ़-सुथरी राजनीति को प्रश्रय दिया व शासन-व्यवस्था से अपराधियों-भ्रष्टाचारियों को बाहर‌ किया। उन्होंने पदों की गरिमा बढ़ाई। उनके निधन से हुई क्षति अपूरणीय है। मेरी हार्दिक शोक संवेदनाएं!

PM नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने कहा, ‘कल्याण सिंह जी ने देश के करोड़ों वंचित-शोषित लोगों को अपनी आवाज दी. उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए बहुत काम किया.’

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया है. राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके कहा, ‘श्री कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है. उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है. ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे. ओम शान्ति!’

श्री कल्याण सिंह जी के निधन से मैंने अपना बड़ा भाई और साथी खोया है। उनके निधन से आई रिक्तता की भरपाई लगभग असम्भव है। ईश्वर उनके शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस कठिन घड़ी में धैर्य और संबल प्रदान करे। ओम शान्ति!

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर कल्याण सिंह के निधन पर दुख जताया है. अखिलेश यादव ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह जी का निधन हृदय विदारक! दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति दे भगवान.’

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल श्री कल्याण सिंह जी का निधन हृदय विदारक!

दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति दे भगवान।

विनम्र श्रद्धांजलि!

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट करके कल्याण सिंह को अपनी श्रद्धांजलि दी. अमित शाह ने कहा, ‘कल्याण सिंह जी के निधन से देश ने आज एक सच्चे राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता को खो दिया’. बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एक सच्चे उपासक के रूप में उन्होंने जीवनभर देश व जनता की सेवा की.’

कल्याण सिंह जी के निधन से देश ने आज एक सच्चे राष्ट्रभक्त, ईमानदार व धर्मनिष्ठ राजनेता को खो दिया। बाबूजी एक ऐसे विराट वटवृक्ष थे, जिनकी छाया में भाजपा का संगठन पनपा व उसका विस्तार हुआ। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एक सच्चे उपासक के रूप में उन्होंने जीवनभर देश व जनता की सेवा की।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व राज्यपाल और यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. सीएम नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा है कि स्वर्गीय कल्याण सिंह एक प्रख्यात राजनेता थे. देश की राजनीति में उनका बहुमूल्य योगदान रहा है.

अलीगढ़ के मढ़ौली गांव में 5 जनवरी 1932 को पैदा हुए कल्याण सिंह ((Kalyan Singh)) भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार थे. कल्याण सिंह 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल भी रहे थे. एक दौर में कल्याण राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे. उनकी पहचान हिंदुत्ववादी और प्रखर वक्ता के तौर पर थी. ऐसे में इतिहास भी कल्याण सिंह के योगदानों को हमेशा याद रखेगा. कल्याण सिंह का जाना भारतीय राजनीति के लिए एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती.

Source : zee news

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