Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने वीसी से एईएस, जेई, लू व कालाजार की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. समीक्षा में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने एईएस (एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम), जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस), हीट वेव व कालाजार की जिलावार ताजा स्थिति व उसके बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

16 जिलों के डीएम से लिया गया जायजा

मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, सारण, सीवान, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, गया, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद तथा नालंदा जिले के जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जिलों में एईएस, जेई, लू तथा कालाजार की ताजा स्थिति से अवगत कराया. मुजफ्फरपुर के पूर्व डीएम एवं वर्तमान में पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने मुजफ्फरपुर जिले में एईएस से बचाव के लिए शुरू किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी.

एईएस से बचाव के लिए पीएचसी तैयार

मुजफ्फरपुर के डीएम ने बताया कि जिले के एईएस से विशेष रुप से प्रभावित पांच प्रखंडों में सोशियो इकोनॉमिक सर्वे कराया गया. इसके आधार पर कई योजनाएं क्रियान्वित की गई. इसका लाभ इस बीमारी से बचाव में मिल रहा है. गरीबों के 75 प्रतिशत घर बना लिए गए हैं और बाकी बचे घरों का निर्माण तेजी से पूरा किया जा रहा है. सभी लोगों के राशन कार्ड बनाये जा रहे हैं. हर घर नल का जल योजना पूरी की गई है.

उन्होंने आगे कहा कि नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं. बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर 200 ग्राम दूध का पैकेट उपलब्ध कराया जाता है. एईएस से बचाव के लिए पीएचसी में भी तैयारी पूरी कर ली गई है. सभी को एईएस के संबंध में जागरूक किया किया जा रहा है.

मुजफ्फरपुर मॉडल पर काम करें

समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि एईएस से प्रभावित जिलों में प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज हेतु सुदृढ़ व्यवस्था बनाए रखें. लोगों को जागरूक करने पर विशेष ध्यान दें. उनके परिवारों को बताएं कि कोई भी बच्चा रात में भूखा न सोए. इसके कुछ भी लक्षण दिखें तो जल्द से जल्द अस्पताल जाएं, ताकि उनका समय पर इलाज हो सके.

उन्होंने आगे कहा कि पिछले वर्ष एईएस प्रभावित मुजफ्फरपुर के 5 प्रखंडों में सोशियो इकोनमिक सर्वे के आधार पर जो कार्य किये गये थे, उसे एईएस प्रभावित सभी जिलों में क्रियान्वित करें. इन प्रभावित क्षेत्रों में योग्य सभी लाभुकों का आवास प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना व मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना से शीघ्र बनायें, ताकि उनके बच्चे इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें. सभी प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएं, इसके लिए राशि की कमी नहीं होने दी जाएगी.

वैक्सीनेशन करें पूरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस के लिए बचे तीन जिलों कैमूर, खगड़िया एवं बेगुसराय में वैक्सीनेशन कार्य तेजी से पूर्ण करें. लू से प्रभावित होने वाले जिले पूरी तरह अलर्ट पर रहें. इस संबंध में पूर्व में दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिचित करें तथा अस्पतालों में हीट वेव से प्रभावित लोगों के इलाज के लिये चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ रखें. उन्होंने आगे कहा कि हीट वेव से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करते रहें. कालाजार उन्मूलन के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं. कालाजार मरीजों के इलाज में कोई कोताही न बरतें.

Source : Zee news

One thought on “AES-JE क़ो लेकर CM नीतीश ने की समीक्षा बैठक, कहा- पैसे की ना करे चिंता, मरीजों को ना हो कोई समस्या”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *