मुजफ्फरपुर. शराबबंदी के विरुद्ध समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बुधवार को मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में थे. यहां उन्होंने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि समाज में गड़बड़ी करने वाले लोग रहेंगे ही इसलिए उनका सुधार अभियान निरंतर जारी रहेगा. मुजफ्फरपुर के एमआईटी परिसर (MIT Campus) में आयोजित कार्यक्रम काे संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि समाज में कुछ लोग गड़बड़ी करने वाले होते हैं चाहे वो किसी भी धर्म के मानने वाले हों.
कितना भी अच्छा काम कीजिएगा, कुछ लोग तो गड़बड़ी करेंगे ही. लेकिन हम लोगों को अभियान चलाते रहना है. हम लोगों ने बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) लागू कर के समाज सुधार अभियान चलाया. उसके बाद बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ भी अभियान चलाया. हम लोगों ने महसूस किया है कि कुछ न कुछ गड़बड़ करने वाले रहेंगे ही इसके लिए हम लोगों को निरंतर अभियान चलाते रहना है. प्रचार-प्रसार करते रहना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी से संबंधित कुल 11 हजार 370 मामले दर्ज किए गए हैं. तेरह हजार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है. एक लाख 89 हजार लीटर देसी शराब, तीन लाख 24 हजार लीटर विदेशी शराब जब्त की गई. शराब से जुड़े मामलों में 1788 गाड़ियां जब्त की गईं. सूचना देने के लिए स्थापित कॉल सेंटर में जहां औसतन 70-80 कॉल प्रतिदिन आते थे अब बढ़कर 190 से 200 कॉल हो गए हैं. महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी इसके प्रति जागरुकता आनी चाहिए.
नीतीश ने लोगों से आह्वान किया कि यदि कोई शादी-विवाह में दहेज लेता है तो लोग उसका विरोध करें. जब ऐसी शादियों में शामिल नहीं होंगे तो निश्चित रूप से लोगों को लगेगा कि यदि वो दहेज लेंगे तो उसका विरोध होगा इसलिए इस काम को भी साथ-साथ जारी रखना है.
बिहार में अप्रैल 2016 से लागू है शराबबंदी कानून
बता दें कि नवंबर 2015 में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद नीतीश कुमार ने सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी कानून लागू किया था. इस कानून के तहत प्रदेश में शराब बेचने और खरीदने पर पूर्ण प्रतिबंध है. यदि कोई इसका उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाती है.
Source : News18