जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा जिलांतर्गत शहर से लेकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को अस्पतालों में नार्मल एवं गंभीर मरीजों के लिए सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं सुगम एवं सुचारू रूप से सुलभ कराने तथा प्रभावी सुधार लाने की कार्रवाई सतत एवं प्रभावी रूप से जारी है। इसके लिए सदर अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ वेलनेस सेंटर में लगातार विजिट कर निरीक्षण करने तथा प्रगति की समीक्षा कर समाज के सभी वर्ग के लोगों विशेषकर वृद्धों,महिलाओं, बच्चों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार लाया जा रहा है।
इस क्रम में जिला पदाधिकारी को एसकेएमसीएच के बाहर निकटवर्ती क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम के संचालन की शिकायत /सूचना मिली। जिले में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने तथा सुधार लाने हेतु प्रतिबद्ध जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित रूप से विशेष टीम का गठन कर जांच करने तथा दोषी के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
तत्पश्चात टीम में शामिल एसडीओ पूर्वी, सिविल सर्जन सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने सक्रिय एवं तत्पर होकर एसकेएमसीएच के बाहर संचालित 17 नर्सिग होम की जांच की ।
इस दौरान सिविल सर्जन एवं अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों के दल ने बिहार क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत संस्थान के निबंधन, लाइसेंस, डाक्टर की विशेषज्ञता, तकनीकी स्टाफ की योग्यता / विशेषज्ञता सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित सभी मानदंडों एवं शर्तों से संबंधित आवश्यक दस्तावेजों की जांच की तथा स्वास्थ्य संस्थान के संचालन हेतु अन्य अपेक्षित संसाधन की भी गहन जांच की गई । जाँचोपरांत सरकारी मार्गदर्शिका के तहत निर्धारित मानदंडों एवं शर्तों का उल्लंघन पाया गया।
जांचोंपरांत सभी नर्सिंग होम का संचालन सरकारी मानदंड एवं शर्तों के विरुद्ध पाया गया। इसलिए सभी 17 नर्सिंग होम को सील करने का निर्णय लिया गया किंतु दो नर्सिंग होम में मरीज एडमिट रहने के कारण तत्काल 15 नर्सिंग होम को सील किया। साथ ही नर्सिंग होम के विरुद्ध अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
सभी 17 नर्सिंग होम निम्नवत है।
1.पीडीएम हॉस्पिटल एसकेएमसीएच माँ अंबिका भवानी
2.मयंक नर्सिंग होम एसकेएमसीएच मां अंबिका भवानी
3.चांदनी मेडिकल हॉल एसकेएमसीएच हॉस्पिटल से पश्चिम सीतामढ़ी रोड
4.मंगलम हेल्थ केयर एसकेएमसीएच हॉस्पिटल के पश्चिम सीतामढ़ी रोड
5.अन्नु हेल्थ केयर एसडीएम श्री कृष्णा कॉलेज एंड अस्पताल के पश्चिम
6.न्यू मानव सेवा नर्सिंग होम श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज के सामने आरएस राय कंपलेक्स
7.न्यू शिवम नर्सिंग होम एसकेएमसीएच मेडिकल उत्तरी गेट के सामने उमा नगर
8.राधे नर्सिंग होम, बैंक ऑफ़ बड़ौदा के निकट
9.निशांत नर्सिंग होम बैंक ऑफ़ बड़ौदा के निकट
10.लालबाबू सिंह चाइल्ड केयर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के निकट
11.उमा नर्सिंग होम बैंक ऑफ़ बड़ौदा के निकट
12.अर्चना नर्सिंग होम एसएसबी कैंप के बगल में उमा नगर
13.पी एन हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज रोड नियर एसएसबी कैंप उमा नगर
14.आर्यन जांच घर, सिंह मार्केट एसएसबी कैंप
15.स्टार इमरजेंसी हॉस्पिटल, नियर एसएसबी कैंप
16.सम्राट हॉस्पिटल एसकेएमसीएच देवी स्थान एसएसबी कैंप
17. न्यू अपना हॉस्पिटल, नियर एसएसबी कैंप, उमा मार्केट, उमा नगर
जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को जिले में संचालित इस प्रकार के अन्य अवैध नर्सिंग होम की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है ताकि सतत एवं प्रभावी मानिटरिंग किया जा सके। साथ ही इन नर्सिंग होम का नियमानुसार जांच कर अवैध धंधेबाजी को रोका जा सके। साथ ही जिले के लोगों को इलाज की बेहतर तथा सुगम एवं सचारू स्वास्थ्य सुविधा सुलभ कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी एवं पश्चिमी को नियमित रूप से ऐसे अवैध संचालित नर्सिंग होम की नियमित मॉनिटरिंग एवं जांच करने तथा उल्लंघन करनेवालों के विरूद्ध सरकारी प्रावधान के अनुरूप कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि जिले की जनता की जिंदगी से खिलवाड़ करने तथा अवैध रूप से नर्सिंग होम संचालित करने तथा अवैध राशि अर्जित करने की इजाजत कतई नहीं दी जाएगी । उन्होंने अवैध धंधे तथा धोखाधडी में संलिप्त लोगों को आगाह करते हुए सख्त चेतावनी दी है। साथ ही जिले के लोगों से भी ऐसे अवैध नर्सिंग होम से सावधान एवं सतर्क रहने तथा बचने की अपील करते हुए प्रशासनिक व्यवस्था बनाने हेतु आवश्यक सूचना देने एवं सहयोग करने की अपील की है ताकि ऐसे धोखाधड़ी करने वाले धंधेबाजों के विरुद्ध त्वरित रूप से ससमय कड़ी कार्रवाई की जा सके।
छापेमारी दल में अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी अमित कुमार, सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मुसहरी, प्रखंड विकास पदाधिकारी मुसहरी, अंचलाधिकारी मुसहरी, डीपीएम सदर अस्पताल, थानाध्यक्ष अहियापुर थानाध्यक्ष एसकेएमसीएच आदि शामिल थे।