जिला विधिक सेवा प्राधिकार, मुजफ्फरपुर ने महिलाओं के लिए सुरक्षित कार्यस्थल सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष श्वेता कुमारी सिंह ने व्यवहार न्यायालय और जिला अधिवक्ता संघ, मुजफ्फरपुर के परिसर में शी बॉक्स लैंगिक उत्पीड़न शिकायत पेटी (POSH) का उद्घाटन किया।
श्वेता कुमारी सिंह ने कहा, “महिलाएं निर्भय होकर इस शिकायत पेटी में अपनी शिकायत दर्ज करें। कार्यस्थल पर महिलाओं की भागीदारी तभी संभव है जब वे खुद को सुरक्षित महसूस करें।” यह कदम महिलाओं को लैंगिक उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने का एक सुरक्षित और गोपनीय माध्यम प्रदान करेगा।
जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
इसी दिन जिला विधिक सेवा प्राधिकार कार्यालय में लैंगिक उत्पीड़न (POSH) विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सचिव जयश्री कुमारी, वरीय अधिवक्ता संगीता शाही, सपोर्ट पर्सन गुंजन कुमारी, ममता कुमारी और अन्य महिला पैनल अधिवक्ताओं व पारा विधिक स्वयंसेवकों ने दीप प्रज्वलन के साथ की।
संगीता शाही ने POSH कानून के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि यह कैसे कार्यस्थल पर महिलाओं को संरक्षण देता है। जिला बाल संरक्षण इकाई की गुंजन कुमारी और महिला बाल विकास निगम की ज्योति कुमारी ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सभी उपस्थित अधिवक्ताओं और स्वयंसेवकों को लैंगिक उत्पीड़न से बचाव और इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई।
हमारा संकल्प
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, मुजफ्फरपुर महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है कि हर महिला अपने कार्यस्थल पर न केवल सुरक्षित महसूस करे, बल्कि अपनी शिकायत को बिना डर के दर्ज कर सके।