मुजफ्फरपुर की धरा को नई जीवनरेखा: बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना से 4 जिलों में समृद्धि की बयार

मुजफ्फरपुर की धरा को नई जीवनरेखा: बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना से 4 जिलों में समृद्धि की बयार

बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग ने बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना (बेलवाधार) के तहत शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड से मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर तक 68.80 किलोमीटर लंबे चैनल के रिसेक्सनिंग कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का लक्ष्य बागमती नदी के अतिरिक्त जल को इसकी पुरानी धारा के माध्यम से बूढ़ी गंडक नदी में प्रवाहित करना है, जिससे बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार होगा।


योजना का दायरा और लाभ
यह परियोजना शिवहर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण जिलों के लिए वरदान साबित होगी। इसके तहत पिपराही, डुमरी, कटसारी, तरियानी, शिवहर, पताही, पेंहार, तेतरिया, पकड़ीदयाल, मधुबन, मीनापुर, हायाघाट, बोचहा, बांद्रा, मुसहरी और कल्याणपुर जैसे 16 प्रखंडों को सीधा लाभ मिलेगा। चैनल के रिसेक्सनिंग के साथ-साथ पांच नए पुलों का निर्माण कार्य भी तेजी से प्रगति पर है, जो क्षेत्र की कनेक्टिविटी को और सशक्त करेगा।


परियोजना की विशेषताएं


• लंबाई: 68.80 किलोमीटर लंबा चैनल। 

• लागत: 130.88 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति। 

• उद्देश्य: बाढ़ नियंत्रण, जल संरक्षण और क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार। 

• गुणवत्ता: सभी निर्माण कार्य तकनीकी मानकों के अनुरूप और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से टिकाऊ।


प्रगति और प्रतिबद्धता
जल संसाधन विभाग इस परियोजना को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने के लिए कटिबद्ध है। निर्माण कार्य निर्बाध गति से चल रहा है, और विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि परियोजना के सभी पहलू उच्च मानकों को पूरा करें। यह योजना बिहार सरकार की बाढ़ नियंत्रण, जल संरक्षण और सिंचाई क्षमता बढ़ाने की दिशा में चल रही प्रतिबद्धता का एक और सशक्त कदम है।


निष्कर्ष
बागमती-बूढ़ी गंडक नदी जोड़ योजना न केवल बाढ़ प्रबंधन में सुधार लाएगी, बल्कि क्षेत्र के किसानों और निवासियों के लिए जल उपलब्धता और बुनियादी ढांचे को भी मजबूत करेगी। बिहार सरकार इस परियोजना के माध्यम से राज्य के समग्र विकास और जनकल्याण के लिए अपने संकल्प को और सुदृढ़ कर रही है।