राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में सीपी राधाकृष्णन के नाम की घोषणा की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को इसकी औपचारिक घोषणा की, जिसने राजनीतिक गलियारों में उत्साह और चर्चा को जन्म दिया है।
सीपी राधाकृष्णन, जो वर्तमान में झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं, एक अनुभवी राजनेता और संगठन के प्रति समर्पित नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनके नाम की घोषणा ने न केवल एनडीए के रणनीतिक निर्णय को दर्शाया, बल्कि गठबंधन की एकजुटता और मजबूती को भी प्रदर्शित किया। नड्डा ने राधाकृष्णन की प्रशंसा करते हुए कहा, “उनका लंबा अनुभव, प्रशासनिक कुशलता और राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पण उन्हें इस पद के लिए आदर्श उम्मीदवार बनाता है।”
राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर दशकों तक फैला हुआ है, जिसमें उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। तमिलनाडु के कोयंबटूर से सांसद रह चुके राधाकृष्णन ने सामाजिक कार्यों और जनसेवा में अपनी गहरी छाप छोड़ी है। उनकी सादगी, जनता के प्रति संवेदनशीलता और संगठनात्मक क्षमता ने उन्हें एनडीए के भीतर एक सम्मानित चेहरा बनाया है।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जब देश में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। एनडीए के इस कदम को विपक्ष के लिए एक मजबूत चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि राधाकृष्णन का व्यापक अनुभव और स्वच्छ छवि उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एनडीए का यह चयन दक्षिण भारत में अपनी पैठ मजबूत करने और क्षेत्रीय संतुलन को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
नड्डा ने अपने बयान में यह भी जोड़ा कि राधाकृष्णन का चयन “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” के मंत्र को और मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं और गठबंधन के सहयोगी दलों से राधाकृष्णन के समर्थन में एकजुट होने का आह्वान किया।
इस घोषणा के साथ ही सोशल मीडिया पर #CPRadhakrishnanForVP ट्रेंड करने लगा, जहां समर्थक उनके नेतृत्व और योगदान की सराहना कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति पद के लिए होने वाला यह चुनाव अब और भी रोमांचक हो गया है, और सभी की निगाहें राधाकृष्णन के अगले कदम पर टिकी हैं।