रेप के आरोपी और भगोड़ा घोषित किए जा चुके नित्यानंद (Nithyananda) एक बार फिर सुर्खियों में है. अपना खुद का देश कैलासा बसाने का दावा करने वाले नित्यानंद ने श्रीलंका में राजनीतिक शरण की इच्छा जताई है. उसने इस संबंध में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को पत्र भी लिखा है. इस पत्र में राजनीतिक शरण लेने के पीछे कैलासा देश में मेडिकल की उचित सुविधाएं नहीं होने को शरण की वजह बताया गया है.

बताया जाता है कि नित्यानंद की ओर से श्रीलंका के राष्ट्रपति को यह पत्र अगस्त के पहले हफ्ते में लिखा था. बताया जाता है कि पत्र में नित्यानंद के गंभीर रूप से बीमार होने की जानकारी दी गई है और कहा गया है कि उसे तत्काल एयरलिफ्ट कराए जाने की जरुरत है. वह श्रीलंका में राजनीतिक शरण लेना चाहता है.

नित्यानंद की ओर से लिखे गए पत्र में ये भी कहा गया है कि उसके मेडिकल का पूरा खर्च उनके देश कैलासा की ओर से वहन किया जाएगा. इसमें एयरलिफ्ट कराकर श्रीलंका ले जाए जाने का खर्च भी शामिल है. गौरतलब है कि नित्यानंद रेप का आरोपी है.

नित्यानंद के खिलाफ तमिलनाडु और कर्नाटक में कई समन और वॉरंट जारी किए गए लेकिन उसने इसमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया. इसकी बजाय नित्यानंद भारत से फरार हो गया और ऑस्ट्रेलिया के पास किसी द्वीप पर अपना खुद का देश बसाने का दावा किया. इस देश का नाम नित्यानंद ने कैलासा बताया.

भारत से फरार होने के बाद कैलासा बसाने का दावा

ऐसा कहा जाता है कि इस कथित हिंदू राष्ट्र कैलासा का अपना पासपोर्ट है. इसके साथ ही इसका अपना संविधान, अपना प्रधानमंत्री, कैबिनेट और अपनी सेना भी है. नित्यानंद का दावा है कि दुनिया का कोई भी हिंदू यहां की नागरिकता प्राप्त कर सकता है.

भारत में भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद नित्यानंद का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उसने दावा किया था कि भारत में उसकी जान लेने की कोशिश की गई, जिस वजह से उसे देश छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. नित्यानंद ने दावा किया था कि भारत में कई बार उसकी हत्या की कोशिश की गई थी.

नित्यानंद ने ये भी कहा था कि उसका चरित्र हनन किया गया. नित्यानंद ने वीडियो में दावा किया था कि उसकी जो भी संपत्ति है, उसे उसके निधन के बाद भारत लाया जाएगा. नित्यानंद ने अपनी मौत के बाद बेंगलुरु के आश्रम में अपनी समाधि बनवाने की इच्छा भी जताई थी.

नित्यानंद पर आरोप

तमिलनाडु के एक दंपति ने नित्यानंद पर आरोप लगाए थे कि वह उनके बच्चों को गैरकानूनी रूप से कब्जे में लेकर अहमदाबाद के अपने आश्रम ले गया था. इसके बाद पुलिस ने नित्यानंद पर अपहरण, गैरकानूनी रूप से बच्चों को कब्जे में लेने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.

यह पहली बार नहीं है कि नित्यानंद पर इस तरह के आरोप लगे हैं. साल 2010 में नित्यानंद उस समय विवादों में आया था, जब उसका एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हो गया था. इस कथित वीडियो में नित्यानंद को एक तमिल अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक अवस्था में देखा गया था.

कौन है नित्यानंद

नित्यानंद एक स्वयंभू स्वामी है, जिसके देशभर में कई आश्रम हैं. वह एक धार्मिक संगठन नित्यानंद ध्यानपीठम का प्रमुख है. नित्यानंद की वेबसाइट पर मौजूद वीडियो के मुताबिक, यह दावा किया गया है कि नित्यानंद को 12 साल की उम्र में ज्ञान की प्राप्ति हो गई थी. वीडियो में उसे हिंदुत्व का धार्मिक नेता बताया गया है, जिसके 47 देशों में केंद्र हैं.

इनपुट : आज तक

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