प्रदेश में बाढ़ का पानी नए इलाके में फैल गया है। पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के बाद अब मुजफ्फरपुर जिले में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। बूढ़ी गंडक के जलस्तर में लगातार वृद्धि से मुजफ्फरपुर शहर में भी पानी घुस गया। मंगलवार को 20 सेंटीमीटर बढ़ोतरी के साथ बूढ़ी गंडक का जलस्तर खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर पहुंचने से एक हजार से अधिक घरों में पानी प्रवेश कर गया
सीएम ने किया बाढ़ पीड़ित 5 जिलों में हवाई सर्वे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिमी व पूर्वी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व शिवहर के बाढ़ पीड़ित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने पश्चिमी चम्पारण जिले के रामनगर, नरकटियागंज, गौनाहा, चनपटिया, मझौलिया व पूर्वी चम्पारण के सुगौली, रामगढ़वा, छौड़ादानो, बंजरिया, चिरैया, ढाका, पताही, मधुबन जबकि मुजफ्फरपुर के गायघाट, कटरा, औराई और सीतामढ़ी के रून्नीसैदपुर, बेलसंड, बैरगनिया के साथ-साथ शिवहर के तीन प्रखंडों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान मंत्री संजय कुमार झा भी मौजूद थे।
सीएम बोले- राहत कैंपों में कोरोना जांच व टीकाकरण को प्राथमिकता देकर पूरा करें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित जिलों के डीएम को कृषि विभाग व आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के साथ एरियल सर्वे कर वास्तविक स्थिति की जानकारी लेने को कहा है। सीएम ने जिलाधिकारियों से इसके बाद राहत की व्यापक कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया। सीएम मंगलवार को बाढ़ प्रभावित जिलों के एरियल सर्वे के बाद आपदा प्रबंधन और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आपदा राहत कार्यों की जबकि जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान प्रखंडों व नदियों की स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जून में इतनी बारिश कभी नहीं हुई। अत्यधिक बारिश के कारण ही कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
कई जगहों पर पानी का फैलाव है। खेतों में भी पानी फैला हुआ है। ऐसी परिस्थिति में राहत के लिए गंभीरता से काम करना है। हमारा मानना है कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। ऐसे में यह जरूरी है कि समय पर लोगों को सहायता उपलब्ध हो।
इसके लिए उन्होंने अधिकारियों से संवेदनशीलता के साथ काम करने को कहा।सीएम ने कहा कि एक-एक चीज का सही से आकलन होगा तो राहत कार्य और बेहतर ढंग से हो सकेगा। किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान हुआ है। इसका ठीक से आकलन करें ताकि उन्हें सहायता पहुंचायी जा सके।
Input: dainik bhaskar