मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में आरा मिल और अवैध प्लाइवुड फैक्ट्रियों के खिलाफ चल रहे वन विभाग के अभियान के दौरान जमकर बवाल हुआ। मिल और फैक्ट्रियों को सील करने पहुंची वन विभाग की टीम पर हमला हो गया । मिल के संचालकों और उनके समर्थकों ने पथराव कर दिया। जिसमें डीएफओ की कार समेत पांच गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं चार पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए बवाल की सूचना पर कई थानों से पुलिस फोर्स पहुंची । बवाल बढ़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने मजदूरों के साथ लोगों को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जिसमें दर्जनभर लोग चोटिल हो गए। घायलों का इलाज निजी अस्पताल में कराया गया है। घटना मोतीपुर के पनसलवा इलाके की है।
सुनियोजित ढंग से हुआ हमला
वन विभाग की टीम का नेतृत्व कर रहे डीएफओ अभिषेक कुमार ने बताया कि हमारी टीम जैसे ही पनसलवा चौक स्थित मुन्ना सहनी की अवैध मिल पर पहुंची, तो वहां सुनियोजित ढंग से घात लगाए उपद्रवियों ने हमला कर दिया। पत्थरबाजी में उनकी गाड़ी समेत पांच वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस मामले में हमलावरों की पहचान कर संचालक समेत 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बुलडोजर से ध्वस्त की फैक्ट्री
वहीं मिल संचालकों का आरोप है कि मिल और फैक्ट्री चलाने के लिए वन विभाग को दस वर्ष पहले ही लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। लेकिन अबतक लाइसेंस के लिए चक्कर ही लगा रहे हैं। मिल संचालकों ने बताया कि वन विभाग की टीम से शांति से मिल को सील करने का आग्रह किया था। लेकिन वन विभाग की टीम ने मिल को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। काम कर रहे मजदूरों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। पुलिस उनकी फैक्ट्री से मशीनें और उपकरण उखाड़ कर ट्रैक्टर से ले गई।
Input : live hindustan