मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर कोर्ट में वकील की गिरफ्तारी के बाद (Lawyer Arrested In Muzaffarpur Civil Court) हड़कंप मच गया. जिले के नगर थाना क्षेत्र में स्थित सिविल कोर्ट में उस समय अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. जब एडीजे 12 के कोर्ट से नगर थाना को कॉल गया कि एक अधिवक्ता द्वारा जज साहब के ऊपर पिस्टल तान दिया गया है और जान से मारने की बात कही गई है. हालांकि सुरक्षा गार्ड ने उनको हिरासत में रखा है. जल्द आकर नगर थाना पुलिस अग्रिम कार्रवाई करे. जैसे ही पुलिस की टीम कोर्ट परिसर पहुंची और वकील को तत्काल हिरासत में लेकर नगर थाना को निकल गई.

मुजफ्फरपुर में वकील पर लगे गंभीर आरोप : उसके बाद पूरे कोर्ट में अफरा-तफरी का माहौल कायम रहा. वकीलों की तरफ से लगातार कोशिश की गई कि मामला सुलझ जाए. लेकिन अंतिम समय तक मामला नहीं सुलझा. अधिवक्ता पंकज महंत को उसके लाइसेंसी हथियार के साथ गिरफ्तार कर नगर थाना पुलिस न्यायिक हिरासत में भेज दिया. न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले उक्त अधिवक्ता को नगर थाना पुलिस गिरफ्तार करने जब सिविल कोर्ट परिसर पहुंची तो अधिवक्ताओं की काफी भीड़ लग गई और सभी अधिवक्ता दो-दो हाथ करने के मूड में दिखाई दे रहे थे. वहीं, पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोर्ट से फोन आया था कि एक वकील जज साहब पर पिस्तौल तान दिया है. इस बाबत मामला भी दर्ज करवाया गया है. आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.

‘पूर्व में एडीजे 12 के जज साहब के खिलाफ जिला जज को कंप्लेंट किए थे. इनके द्वारा मेरे केस में बेवजह बेतूका आदेश दे दिया जाता था. जिससे मैं परेशान था. इसी कारण आज एक अन्य केस के डेट के दौरान जज साहब द्वारा जबरन अंदर बुलाया गया. सुरक्षा गार्ड के द्वारा और कोर्ट तथा बैंड उतरवाकर हमारा लाइसेंसी हथियार छीना गया और उसके बाद कई घंटों तक बैठाकर रखने के बाद नगर थाना को बुलाकर झूठा मुकदमा किया गया है.’– पंकज महंत, अधिवक्ता

आरोपी वकील ने दी सफाई : अधिवक्ता पंकज महंत ने बताया कि मुझे जानबूझकर फंसाया गया है. वहीं, दूसरी ओर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भी अधिवक्ता की गिरफ्तारी के बाद कल कोर्ट परिसर में आपातकालीन बैठक कर आम सभा का आयोजन करने का निर्णय लिया है. और कहा है कि यह सरासर गलत है, ऐसे में काम कर पाना बहुत कठिन है. पूर्व में जज साहब का कंप्लेन जिला जज से जिस अधिवक्ता ने किया था, आज उन्हें जबरदस्ती जेल भेजा जा रहा है. कल जो आम सभा में निर्णय लिया जाएगा, उसके बाद आगे का काम सभी अधिवक्तागण करेंगे. यानी अब कहा जा सकता है कि मुजफ्फरपुर में अधिवक्ता की गिरफ्तारी के बाद न्यायिक प्रक्रिया पर इसका खासा प्रभाव पड़ने वाला है.

Source : ETV BHARAT

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