मुजफ्फरपुर: जिले के सकरा प्रखंड के रामपुर मनी गांव में बुधवार सुबह करीब 9 बजे भीषण अग्निकांड में चार बच्चों की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि 65 घर जलकर राख हो गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बिजली पोल पर लगे डीपी बॉक्स में शॉर्ट सर्किट से शुरू हुई आग पास के घरों में फैल गई। आग की चपेट में आने से एक गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया, जिससे आग ने विकराल रूप ले लिया और चार मासूमों की जान चली गई।
इस दुखद घटना को लेकर जिला मानवाधिकार अधिवक्ता एस.के. झा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) और राज्य मानवाधिकार आयोग में अलग-अलग याचिकाएं दायर की हैं। झा ने याचिकाओं में मांग की है कि पीड़ित परिवारों को पारदर्शी तरीके से सरकारी मुआवजा और सहायता राशि प्रदान की जाए, ताकि वे अपने जीवन को पुनर्जनन कर सकें। इसके अलावा, पीड़ितों को सरकारी योजनाओं के तहत आवास, भोजन, वस्त्र और बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई है।
अधिवक्ता झा ने कहा, “पीड़ित परिवारों की हरसंभव मदद सुनिश्चित की जानी चाहिए। हमें उम्मीद है कि मानवाधिकार आयोग इस मामले में जल्द ही ठोस और सकारात्मक कदम उठाएगा।
फिलहाल, यह मामला मानवाधिकार आयोग के समक्ष विचाराधीन है। प्रशासन ने भी घटना की जांच शुरू कर दी है और पीड़ितों को तत्काल राहत प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।