मुजफ्फरपुर, 22 अप्रैल 2025: मुजफ्फरपुर पुलिस ने सदर थाना क्षेत्र में हुए बहुचर्चित प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को अवैध हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथियार और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला?
बीते 18 मार्च 2025 की रात सदर थाना क्षेत्र के एनएच-102 पर स्थित उत्तम मीट पराठा हाउस के पास मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने प्रॉपर्टी डीलर राम किशोर चौधरी उर्फ टुनटुन चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक पताही गांव के निवासी थे। इस सनसनीखेज वारदात के बाद मृतक के पिता रामेश्वर चौधरी की शिकायत पर सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
विशेष जांच टीम का गठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। इस टीम में जिला आसूचना इकाई (डीआईयू) और सदर थाना की पुलिस शामिल थी। जांच टीम ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी साक्ष्य और मानवीय सूचनाओं के आधार पर गहन जांच शुरू की।
21 अप्रैल को मिली बड़ी सफलता
लगातार प्रयासों के बाद 21 अप्रैल 2025 को पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला। इसके आधार पर न्यू फोर लेन के पास से दो मुख्य आरोपियों—अभिषेक कुमार पांडेय और दीपक कुमार सिंह—को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान दोनों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल देशी पिस्टल, दो कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किए। बरामद अवैध हथियारों के लिए अलग से मामला दर्ज किया गया है।
जमीनी विवाद बना हत्या का कारण
प्रारंभिक जांच में हत्या का कारण जमीनी विवाद सामने आया है। पुलिस इस पहलू पर गहन जांच कर रही है। खास बात यह है कि आरोपी दीपक कुमार सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है। वह पहले साहेबगंज और जैतपुर थाना क्षेत्रों में कई संगीन मामलों में शामिल रहा है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
मुजफ्फरपुर पुलिस ने इस मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता साबित की है। पुलिस अन्य संभावित संलिप्त व्यक्तियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। मामले की जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।