मुजफ्फरपुर के मारीपुर इलाके में शनिवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया, जब सड़क किनारे बिछी अंडरग्राउंड पीएनजी पाइपलाइन में अचानक तेज आवाज के साथ गैस रिसाव शुरू हो गया। यह घटना शाम करीब 6:30 बजे की है, जिसने पूरे इलाके को दहशत की चपेट में ला दिया। आसपास की दुकानें बंद हो गईं, सड़कों पर सन्नाटा छा गया और पास के अस्पताल में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों में डर का माहौल बन गया।
तत्परता ने टाली अनहोनी
गैस रिसाव की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत नगर आयुक्त, पुलिस और अग्निशमन विभाग को सूचित किया। प्रशासन ने फौरन कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक को दोनों तरफ से रोक दिया और आसपास के घरों को खाली कराया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं, वहीं इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की तकनीकी टीम ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद रात 7:30 बजे पाइपलाइन को बंद कर स्थिति को नियंत्रित किया। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
क्या थी रिसाव की वजह?
IOCL की टेक्निकल टीम के कर्मचारी मो. शौकत ने बताया कि पाइपलाइन की एंड कैप टूटने से यह रिसाव हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्माण के दौरान गलती हुई थी, जिसके तहत पाइप को जमीन से एक फीट नीचे बिछाने के बजाय सतह के करीब रखा गया। इस वजह से कैप टूट गई। हालांकि, प्रेशर कम होने और पानी के रिसाव के कारण खतरा टल गया। फिलहाल मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है, और जल्द ही पाइपलाइन पूरी तरह ठीक कर ली जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, उठे सवाल
घटना ने स्थानीय लोगों में नाराजगी और डर दोनों पैदा किए। मारीपुर निवासी मो. नौशाद ने बताया कि पाइपलाइन बिछाने का काम छह महीने पहले रात के अंधेरे में चुपके-चुपके किया गया था, जिसकी जानकारी स्थानीय लोगों को नहीं दी गई। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने संवेदनशील काम में पारदर्शिता और सुरक्षा मानकों का पालन क्यों नहीं किया गया? लोगों को डर है कि ऐसी लापरवाही भविष्य में बड़ी घटना का कारण बन सकती है।
प्रशासन और IOCL का आश्वासन
प्रशासन और IOCL ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें अभी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके। IOCL ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने के लिए पाइपलाइन की गहन जांच और सुरक्षा मानकों को और सख्त किया जाएगा।