मुजफ्फरपुर, 15 मई 2025: शिक्षा के क्षेत्र में मुजफ्फरपुर जिले ने शानदार उपलब्धि हासिल की है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में सरकारी स्कूलों में नामांकन में 2.58% की वृद्धि के साथ जिला राज्य स्तर पर प्रथम स्थान पर रहा। इस उल्लेखनीय प्रगति के लिए जिलाधिकारी (डीएम) सुब्रत कुमार सेन ने जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। साथ ही, बेहतर प्रदर्शन करने वाले 32 प्रधानाध्यापकों (एचएम) को सम्मानित किया और अन्य स्कूलों को इससे प्रेरणा लेने की सलाह दी।
डीएम ने की समीक्षात्मक बैठक, दिए सख्त निर्देश
जिलाधिकारी ने समाहरणालय सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की। इसमें डीईओ, सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ), और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) शामिल हुए।
• नामांकन में वृद्धि और राज्य में प्रथम स्थान: वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में 2024-25 में जिले के स्कूलों में नामांकन में 2.58% की वृद्धि दर्ज की गई, जिसके लिए मुजफ्फरपुर को राज्य में पहला स्थान मिला। डीएम ने इस उपलब्धि के लिए डीईओ और उनकी टीम की सराहना की।
• छात्र उपस्थिति में सुधार के निर्देश: समीक्षा में पाया गया कि जिले के 3356 स्कूलों में से 322 स्कूलों में छात्र उपस्थिति 50% से कम है। विशेष रूप से आकांक्षी प्रखंड मुसहरी के 36 स्कूलों में यह स्थिति चिंताजनक है। डीएम ने मिशन मोड में स्कूलों का नियमित निरीक्षण कर उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही, कम उपस्थिति वाले स्कूलों के बीईओ और एचएम से स्पष्टीकरण मांगा गया। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय (केजीबीवी) कुढ़नी, गायघाट, और सरैया में कम उपस्थिति पर शो-कॉज नोटिस जारी किया गया, जबकि कांटी केजीबीवी में 100% उपस्थिति दर्ज की गई।
• 32 प्रधानाध्यापकों को सम्मान: डीएम ने 16 प्रखंडों के 32 एचएम को स्कूलों के उत्कृष्ट प्रबंधन, साफ-सफाई, समय सारणी का पालन, और चेतना सत्र जैसे मानकों पर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने अन्य स्कूलों को इनसे प्रेरणा लेने का सुझाव दिया। साथ ही, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा जिले के 6 शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया है।
• जून में विशेष बैठक: जून में होने वाली शिक्षा विभाग की बैठक में 10 उत्कृष्ट और 10 कम प्रदर्शन वाले एचएम को बुलाया जाएगा। दोनों अपने अनुभव साझा करेंगे ताकि आपसी समन्वय से स्कूलों में सुधार हो। उत्कृष्ट एचएम प्रेजेंटेशन भी देंगे।
आधुनिक सुविधाओं का विस्तार:
• 85 स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू किए गए हैं, जिनमें स्मार्ट बोर्ड और ऑडियो-विजुअल शिक्षण की सुविधा है।
• नीति आयोग के तहत 10 स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) स्थापित की गई हैं, जो बच्चों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देती हैं।
• मनरेगा के तहत 70 खेल मैदानों का निर्माण किया गया है, जिन्हें जल्द शिक्षा विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा।
• मूलभूत सुविधाओं पर जोर: गर्मी को देखते हुए डीएम ने स्कूलों में पंखा, पेयजल, और बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को सभी स्कूलों में चापाकल और नल-जल की व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा गया।
अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम, डायरेक्टर डीआरडीए संजय कुमार, डीपीओ माध्यमिक शिक्षा संजय कुमार, डीपीओ एमडीएम अमित कुमार, डीपीओ समग्र शिक्षा सुजीत कुमार, और सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मौजूद थे।
जिलाधिकारी का संदेश
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा, “नामांकन में वृद्धि और राज्य स्तर पर प्रथम स्थान हमारी शिक्षा व्यवस्था की मजबूती का प्रमाण है। लेकिन, हमें उपस्थिति और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर और ध्यान देना होगा। सभी स्कूलों को नियमित निरीक्षण, अनुशासन, और मूलभूत सुविधाओं के साथ गरीब बच्चों के लिए बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।”