मुजफ्फरपुर, 18 सितंबर 2025: जिले में सड़क निर्माण में कथित लापरवाही और कर्तव्यहीनता का मामला सामने आया है। जनहित मंच के सचिव और अधिवक्ता सुशील कुमार सिंह ने मुजफ्फरपुर नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (CJM) कोर्ट में परिवाद दायर किया है। यह मामला कलमबाग रोड से खबड़ा जाने वाली मुख्य सड़क पर गैर-तकनीकी तरीके से निर्मित कल्वर्ट के कारण हो रही दुर्घटनाओं से संबंधित है, जिसमें कई लोग घायल हो चुके हैं।
क्या है पूरा मामला?
सुशील कुमार सिंह, जो पेशे से अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने अपने परिवाद में आरोप लगाया है कि मुजफ्फरपुर नगर निगम के नगर आयुक्त विक्रम विरकर, कार्यपालक अभियंता संजय मिश्रा और सहायक अभियंता राकेश कुमार की लापरवाही के कारण कलमबाग रोड पर बना कल्वर्ट असुरक्षित है। इस सड़क पर प्रतिदिन आने-जाने वाले लोग गिरकर घायल हो रहे हैं, जिससे उनकी जान-माल को नुकसान पहुंच रहा है। परिवाद के अनुसार, अब तक एक दर्जन से अधिक लोग इस सड़क पर दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं, और स्थानीय लोग इसकी पुष्टि करने को तैयार हैं।
लापरवाही का सिलसिला
सुशील कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले की शिकायत सबसे पहले 2 नवंबर 2024 को और फिर 20 जून 2025 को नगर निगम के कार्यपालक अभियंता को लिखित रूप में की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद 11 जुलाई 2025 को विधिक नोटिस भी भेजा गया, फिर भी अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। शिकायतों को प्रिंट मीडिया में भी प्रकाशित किया गया, लेकिन स्थिति जस की तस रही। अंत में, 12 अगस्त 2025 को सुशील ने नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार के सचिव को पत्र लिखकर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 218 के तहत अभियोजन की स्वीकृति मांगी। इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसके बाद उन्होंने मजबूर होकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
कानूनी कार्रवाई और आरोप
परिवाद में भारतीय न्याय संहिता की धारा 125ए, 125बी, 126, 127, 109 और 3(5) के तहत नगर निगम के तीन अधिकारियों—विक्रम विरकर, संजय मिश्रा और राकेश कुमार—के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। सुशील ने अपने परिवाद के साथ सभी पत्राचार और विधिक नोटिस को सबूत के तौर पर संलग्न किया है। उन्होंने कहा, “यह बेहद दुखद है कि नगर निगम के अधिकारी आम जनता की सुरक्षा के प्रति इतने लापरवाह हैं। हमारी मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और सड़क को तुरंत सुरक्षित बनाया जाए।”
स्थानीय लोगों का गुस्सा
कलमबाग रोड के आसपास के निवासियों का कहना है कि यह सड़क उनकी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा है, लेकिन खराब निर्माण के कारण यह खतरे का सबब बन चुकी है। एक स्थानीय दुकानदार ने बताया, “यहां आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे ज्यादा परेशान हैं। नगर निगम को इसकी मरम्मत करनी चाहिए।”
न्यायालय में सुनवाई की उम्मीद
सुशील कुमार सिंह ने कहा कि वे इस मामले को अंत तक ले जाएंगे ताकि आम लोगों को सुरक्षित सड़कें मिल सकें। उन्होंने उम्मीद जताई कि माननीय न्यायालय इस मामले में सख्त कदम उठाएगा और दोषी अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
नगर निगम की चुप्पी
इस मामले में मुजफ्फरपुर नगर निगम की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह देखना बाकी है कि इस मामले में नगर निगम क्या रुख अपनाता है और क्या इस सड़क की स्थिति में सुधार होगा।