मुजफ्फरपुर: अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम पर हमला, उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

मुजफ्फरपुर: अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम पर हमला, उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

मुजफ्फरपुर के कांटी अंचल क्षेत्र के हरपुर लाहौरी, दादर टोले सिकंदरपुर में शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम पर उपद्रवियों और अतिक्रमणकारियों ने हमला बोल दिया। इस घटना में अतिक्रमणकारियों ने न केवल अधिकारियों पर ईंट-पत्थर और मिर्च पाउडर फेंका, बल्कि कानून-व्यवस्था को भी चुनौती दी। हालांकि, प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया और कई उपद्रवियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।


प्रशासन का सख्त रुख, अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी
पश्चिमी उपमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) श्रेया श्री के निर्देश पर कांटी सर्किल ऑफिसर (सीओ) ऋषिका, राजस्व अधिकारी (आरओ) बसंत कुमार राय और पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। इस दौरान अतिक्रमणकारियों ने असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर अधिकारियों पर हमला कर दिया। सीओ ऋषिका ने बताया कि उपद्रवियों ने विधि-व्यवस्था को भंग करने की कोशिश की, लेकिन क्यूआरटी (क्विक रिस्पॉन्स टीम) और भारी पुलिस बल की तैनाती के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया।


जेसीबी से हटाए गए अवैध निर्माण, कई गिरफ्तार
अहियापुर थाना प्रभारी रोहन कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने बलपूर्वक उपद्रवियों को खदेड़ा और जेसीबी की मदद से अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त किया। सीओ ऋषिका ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमणकारियों को पहले ही विस्थापन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बासिगत पर्चा दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया और हिंसक रवैया अपनाया।


कानून तोड़ने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
सीओ ऋषिका ने चेतावनी दी कि कानून को हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से निपटेगा और भविष्य में भी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आरओ बसंत कुमार राय की शिकायत पर विनोद सहनी, किशन कुमार, प्रमोद सहनी, काजल देवी और चिंता देवी सहित कई अन्य के खिलाफ अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।


पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, उपद्रवी जेल भेजे गए
अहियापुर थाने के सब-इंस्पेक्टर सत्येंद्र कुमार ने पुष्टि की कि कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस और प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।


प्रशासन की अपील: सहयोग करें, हिंसा से बचें
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में सहयोग करने की अपील की है। सीओ ऋषिका ने कहा कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी और जनहित में सभी को कानून का पालन करना चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर अतिक्रमण के मुद्दे पर प्रशासन की सख्ती और असामाजिक तत्वों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जरूरत को उजागर किया है।