कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और उस पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन की कवायद जारी है। इस क्रम में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में निजी अस्पतालों के प्रबंधकों, आई एम ए के प्रतिनिधियों तथा ड्रग्स एंड केमिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई. बैठक में आई एम ए के प्रतिनिधियों तथा ड्रग्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के द्वारा कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से उत्पन्न संकट से निपटने के मद्देनजर प्रशासन को हर तरह से सहयोग करने की बात कही गई. उनके द्वारा कहा गया कि संकट की इस घड़ी में हम सभी जिला प्रशासन के साथ हैं. मालूम हो कि अत्यधिक संख्या में चिकत्सक भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. धीरे धीरे अब वे स्वस्थ हो अपने दायित्वों को बखूबी अंजाम दे रहे हैं ।
संकट की इस घड़ी में बंद पड़े अस्पताल भी धीरे-धीरे खुल रहे हैं। जिलाधिकारी द्वारा संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया कि निजी अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं को शुरू की जाए। इमरजेंसी के साथ-साथ ओपीडी भी अपना कार्य करें ताकि आम -आवाम को चिकित्सा सुविधा मयस्सर हो सके । उन्हें परेशानियों से रूबरू ना होना पड़े।
आई एम ए के प्रतिनिधियों ने कहा कि इमरजेंसी सेवाएं बहुत हद तक शुरू कर दी गई हैं ।ओपीडी सेवा भी धीरे-धीरे बहाल कर दी जाएंगी. कोरोना के गंभीर रोगियों का इलाज निजी अस्पतालों में हो इसके लिए इलाज हेतु निजी अस्पतालों में निर्धारित बेड आरक्षित किए जाएं, इस बिंदु पर भी विचार विमर्श किया गया। इस संबंध में आईएमए के द्वारा एक सप्ताह का समय मांगा गया है. बेडों के आरक्षण को लेकर उनका कहना था कि अन्य रोगियों के इलाज में कठिनाई उत्पन्न हो सकती है लिहाजा पूरे अस्पताल को ही कोरोना अस्पताल के रूप में रखा जाए तो बेहतर होगा. उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि संकट की इस घड़ी में हम प्रशासन के साथ हैं. हमें एक सप्ताह का समय दिया जाए. ड्रग्स एसोसिएशन के द्वारा बताया गया कि कुछ दवाइयां जो महत्वपूर्ण है लोग उसकी खरीदारी आवश्यकता से अधिक कर रहे हैं।
जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह ने जिले वासियों से अपील की है कि आवश्यकता के अनुरूप ही इन दवाओं की खरीदारी करें. पैनिक होकर दवाओं को नहीं खरीदे. विटामिन सी या अन्य आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में जिले में उपलब्ध है ।ना तो उनके प्रोडक्शन में कोई दिक्कत है और ना ही उनके ट्रांसपोर्टेशन में कोई प्रॉब्लम है। सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता जिले में पर्याप्त है।
yasam ayavefe
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