मुजफ्फरपुर, श्री कृष्ण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एसकेएमसीएच) के पीकू वार्ड में बने ‘वन हेल्थ लैब’ का शुभारंभ हो गया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इस अत्याधुनिक जीनोम सिक्वेंसिंग लैब से अब कई असाध्य रोगों की जांच सुलभ हो गई है। इस लैब से कैंसर, एक्यूूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस), कोरोना समेत अन्य गंभीर बीमारियों में मरीज के जीन का सैंपल लेकर हिस्ट्री व बीमारी के कारण का पता लगाया जाएगा। वहीं इस लैब में मनुष्य के साथ पेड़-पौधे और पशुओं के जीन सि‍क्वेंस पर भी शोध किया जाएगा।

यह देखा जाएगा कि एक ही प्रकार या भिन्न प्रकार के जीन में कौन-कौन सी बीमारियां हो रही हैं। मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि 250 बेड का होमी भाभा कैंसर एंड रिसर्च सेंटर वर्ष 2024 में बनकर तैयार हो जाएगा। इसपर 350 करोड़ की लागत आएगी। मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को एईएस को लेकर सजग रहने का टास्क भी दिया। होमी भाभा कैंसर एंड रिसर्च सेंटर के प्रभारी डा. रविकांत ने बताया कि इस लैब में यूनिवर्सिटी आफ ओस्लो (नार्वे) के छात्र भी आकर शोध करेंगे। इसके लिए एसकेएमसीएच व नार्वे के विश्वविद्यालय के बीच समझौता (एमओयू) किया जाएगा।

असाध्य बीमारियों पर काबू पाने के लिए होगा शोध

एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड के चौथे तल पर बने इस अत्याधुनिक लैब में पैथोलाजी, माइक्रोबायोलाजी, मेडिकल जीनोमिक्स और आण्विक आन्कोलाजी विभाग मिलकर असाध्य बीमारियों पर काबू पाने के लिए शोध करेंगे। मेडिकल जीनोमिक्स मोलेक्यूलर लैबोरेट्री, मुंबई की वरिष्ठ विज्ञानी डा. मोयेत्री बसु की देखरेख में राहुल साह, हेमालाल साधु लैब के संचालन में सहयोग करेंगे। डा. रविकांत ने बताया कि लैब को बनाने पर करीब सात करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसकी मशीन की कीमत दो करोड़ रुपये है। उद्घाटन के मौके पर प्राचार्य डा.विकास कुमार, अधीक्षक डा. बीएस झा, सिविल सर्जन डा. यूसी शर्मा, एसीएमओ डा. एसपी ङ्क्षसह, डा.मनोज कुमार, भाभा कैंसर अस्पताल की अधीक्षक डा. तूलिका गुप्ता, डीडीसी आशुतोष द्विवेदी सहित अन्य मौजूद थे।

Input : jagran

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