मुजफ्फरपुर, ब्लैक फंगस से पीडि़त महिला की एसकेएमसीएच में मौत हो गई। अधीक्षक डॉ.बीएस झा ने बताया कि मंगलवार की रात बोचहां जहांगीर टोला की रूबैदा खातून (60) को स्वजन इमरजेंसी में लेकर आए थे। वहां प्रारंभिक इलाज के बाद उनको वार्ड नंबर पांच में भर्ती किया गया। देर रात उसने दम तोड़ दिया। कहा कि जिले में ब्लैक फंगस से यह पहली मौत है।

एसकेएमसीएच प्राचार्य डॉ. विकास कुमार ने बताया कि पहले महिला कोरोना पाजिटिव हुई थी। इलाज के बाद निगेटिव हो गई थी। शाम में उसे डॉक्टर ने देखने के बाद आंख विभाग के चिकित्सक को कॉल लिखा था। कोविड-19 के इलाज के बाद उसकी आंख के नीचे से गाल तक काला निशान हो गया था। इसकी सूचना विभाग के वरीय अधिकारियों को दी गई है।

चिकित्सक का बना पैनल

अस्पताल प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि मरीज की रिपोर्ट के साथ शव को स्वजन को दे दिया गया। एसकेएमसीएच में ब्लैक फंगस के मरीज के लिए आउटडोर सेवा चल रही है। इधर उसमें एक भी मरीज नहीं आ रहे है। चिकित्सक का पैनल व दवा के इतंजाम किए गए हैैं। कोई मरीज आएगा तो उसके इलाज के लिए विशेषज्ञ की टोली तैनात है।

मधुबनी में ब्लैक फंगस के चार मरीज मिले

दरभंगा : मधुबनी जिला में ब्लैक फंगस के चार नए मरीज मिले हैं। मरीजों का इलाज दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करने की तैयारी चल रही है। हालांकि अबतक मरीज यहां लाए नहीं गए हैं। मधुबनी जिला प्रशासन की ओर से डीएमसीएच के अधीक्षक कार्यालय को सूचना दी गई है। सूचना मिलने के साथ अस्पताल अधीक्षक ने यहां बनाए गए ब्लैक फंगस वार्ड के सभी कर्मियों और चिकित्सकों को तैनात रहने के निर्देश दिए है। अधीक्षक के निर्देश के बाद बीएससी नर्सिंग छात्रावास में बने ब्लैक फंगस वार्ड के कर्मी सक्रिय हैं। मरीजों को मधुबनी जिला से डीएमसीएच के लिए कब रवाना किया जाएगा, इसकी सूचना डीएमसीएच प्रशासन को नहीं दी गई है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा ने बताया कि इस बारे में जानकारी ले रहे हैं। ताकि मरीजों के आने के साथ इलाज शुरू किया जा सके।

इनपुट : जागरण

One thought on “मुजफ्फरपुर में ब्लैक फंगस से पहली मौत, बोचहां की महिला ने एसकेएमसीएच में तोड़ा दम”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *