बिहार में विकराल रूप अपना रहा है कोरोना. जहां पहले सैकड़ों की संख्या में मरीज मिल रहे थे वहीं अब रोजाना 300 से 400 के बीच में मरीज मिल रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार बिहार में आज भी 428 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. जिससे बिहार में मरीजों की संख्या बढ़कर ग्यारह हजार के पार हो गई. पिछले 24 घंटे में राज्य के अंदर 6 और लोगों की मौत हो गई है. इसके साथ ही बिहार में अब तक 84 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो गई है. सबसे ज्यादा राजधानी पटना में 10 लोगों की मौत हुई है. दरभंगा, रोहतासऔर सारण जिले में 5-5 मरीजों की मौत हुई है. इसके आलावा बेगूसराय, मुजफ्फरपुर और नालंदा 4-4 लोगों ने दम तोड़ा है. भोजपुर, गया, खगड़िया, जहानाबाद, नवादा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर और वैशाली में 3-3 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही पूर्वी चंपारण, मधुबनी और सीवान में 2-2 मरीजों की जान कोरोना से गई है. वहीं, अररिया, अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, जमुई, कटिहार, किशनगंज, मधेपुरा, मुंगेर, पश्चिमी चंपारण और शिवहर में 1-1 मरीज की मौत हुई है. राहत की बात ये है बिहार मे अब तक 8211 लोग कोरोना को हरा के स्वस्थ भी हुए है.
मुजफ्फरपुर का भी हाल बुरा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर जिले में आज भी 32 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं जिससे मुजफ्फरपुर में कोरोना संकर्मितो का आंकड़ा बढ़कर 398 हो गया है. जिले में अभी तक 4 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी हैं. आज मिले मरीजों में मुसहरी से 17, गायघाट से 04, सकरा से 03, बंदरा से 03, कुढ़नी से 02, मीनापुर से 01, मोतीपुर से 01, और बोचाहा से एक नए पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है. इसमें 25 सैंपल एसकेएमसीएच और सात सैंपल सदर अस्पताल के हैं। नये पॉजिटिव में पांच डॉक्टर भी हैं। इनमें तीन डॉक्टर एक बड़े अस्पताल में काम करते हैं, जबकि दो निजी डॉक्टर हैं। इस बीच जिला मुख्यालय के एक बड़े अस्पताल के दो और डॉक्टर समेत 25 स्वास्थ्यकर्मी और 30 सफाई कर्मचारियों ने अपने सैंपल दिए। वहीं, एक अन्य अस्पताल के चार डॉक्टर समेत 57 मेडिकल कर्मियों ने सैंपल दिए। इनमें नर्स, कंपाउंडर व ड्रेसर आदि शामिल हैं। शहर के तीन नर्सिंग होम को डीएम के आदेश से तत्काल सील कर दिया गया है। जूरनछपरा इलाके के एक निजी अस्पताल में 15 दिनों के लिए नये मरीजों की भर्ती पर अस्पताल प्रशासन ने रोक लगा दी है। हालांकि, पहले से भर्ती मरीजों का तत्काल इलाज जारी रहेगा। बच्चों का इनडोर व आउटडोर में इलाज जारी रहेगा। आप घबराएं नहीं, सतर्क रहें और घर से जब भी बाहर निकले तो मास्क का उपयोग जरूर करें