मुजफ्फरपुर, जिले मे कोरोना संक्रमण के बढ़ते रफ़्तार ने चिंता की लकीरें बढ़ा दी है. जिले मे पहले डॉक्टर उसके बाद पुलिस कर्मी मे कोरोना संक्रमण के मामले लगातार मिल रहे है. ताज़ा मामला अहियापुर थाना का है. जँहा पे कोरोना संक्रमण के मामले मिलने के बाद उसको सील करने की प्रक्रिया जारी है इसके पहले सदर थाने को भी सील किया जा चूका है. मंगलवार को आयी रिपोर्ट में अहियापुर थाना के आधा दर्जन पुलिसकर्मी संक्रमित मिले हैं। इसमें अहियापुर थाना के प्रभारी थानेदार भी शामिल हैं। इसके साथ ही सरैयागंज के एक परिवार में सात सदस्य संक्रमित मिले हैं। इनमें अब तक दो सदस्यों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद बचाव को लेकर सरैयागंज टावर इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग के पत्र के आलोक में कंटेनमेंट जोन बनाकर सील करने की कवायद शुरू कर दी गई है। बताया गया है कि मेडिकल टीम द्वारा इलाके के प्रत्येक घर का स्क्रीनिंग कर सैंपल लेकर जांच में भेजा जाएगा। इसके उपरांत फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव जिला स्वास्थ्य समिति की तरफ से एसडीओ पूर्वी को भेजे गए पत्र में सरैयागंज व उसके आसपास के इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए आग्रह किया गया है।

प्लाज्मा डोनेटर को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन करेगा सम्मानित

कोरोना मरीज की जान बचाने के लिए जो लोग अपना प्लाज्मा दान करेंगे उनको इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) मुजफ्फरपुर सम्मानित करेगा। एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार ने बताया कि जो लोग कोरोना की जंंग जीत चुके हैं वे अपना प्लाज्मा दान कर सकते हैं। जो दान देंगे उनको एक कार्ड दिया जाएगा। उस कार्ड के आधार पर वे सपरिवार आइएमए के पैनल में शामिल किसी भी चिकित्सक की निजी क्लिनिक पर मुफ्त सलाह ले सकते हैं।

प्लाज्मा डोनेशन की शर्ते

अध्यक्ष ने कहा कि दान देने वाले की उम्र 18 से 65 साल के बीच होनी चाहिए। कोरोना से उन्हें स्वस्थ हुए 28 दिन का समय बीत चुका हो तथा हिमोग्लोबीन एचवी 10 से कम नहीं हो। हालांकि वैसी औरतें जिनको संतान हुई है वे प्लाज्मा दान नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा दान को लेकर आइएमए जागरूकता अभियान चलाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *