मुजफ्फरपुर के मारूफ अब्बास ने ICSE बोर्ड में सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की शानदार कामयाबी, 87% अंक के साथ बने मिसाल।

मुजफ्फरपुर के मारूफ अब्बास ने ICSE बोर्ड में सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की शानदार कामयाबी, 87% अंक के साथ बने मिसाल।

मुजफ्फरपुर के नई बाजार के रहने वाले हाजी आशिक हुसैन वक्फ एस्टेट के मृतवल्ली मिर्जा मेहंदी अब्बास के सुपुत्र मारूफ अब्बास ने अपनी मेहनत और लगन से एक नई मिसाल कायम की है। रांची के प्रतिष्ठित बिशॉप स्कूल के इस होनहार छात्र ने ICSE बोर्ड परीक्षा 2025 में 87 प्रतिशत अंक हासिल कर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे शहर का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि मारूफ ने यह मुकाम सेल्फ स्टडी के बलबूते हासिल किया, जिससे उनकी प्रतिभा और जज्बे की हर तरफ तारीफ हो रही है।

कंप्यूटर में 97%, इतिहास-भूगोल में 91% अंक
मारूफ ने अपनी पढ़ाई में हर विषय में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कंप्यूटर एप्लीकेशन में 97 प्रतिशत, इतिहास, नागरिक शास्त्र और भूगोल में 91 प्रतिशत अंक हासिल किए। बचपन से ही मेधावी रहे मारूफ हर परीक्षा में प्रथम श्रेणी प्राप्त करते आए हैं। उनकी इस उपलब्धि ने साबित कर दिया कि मेहनत और आत्मविश्वास के सामने कोई लक्ष्य असंभव नहीं।

IIT में बनाना चाहते हैं भविष्य
मारूफ का सपना देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान IIT में दाखिला लेकर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य संवारने का है। अपनी सफलता का राज बताते हुए मारूफ कहते हैं, “यह डिजिटल दौर है। जब भी पढ़ाई में कोई परेशानी आती थी, मैं इंटरनेट पर सर्च कर उसका हल निकाल लेता था। अगर जज्बा और आत्मविश्वास हो, तो आज के समय में कुछ भी नामुमकिन नहीं।

परिवार और समुदाय में खुशी की लहर
मारूफ की इस शानदार उपलब्धि से उनके पिता मिर्जा मेहंदी अब्बास और पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। रिश्तेदारों और शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है, जो मारूफ को बधाई देने और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करने पहुंच रहे हैं। बधाई देने वालों में सैयद आरिफ रजा, मौलाना असद यावर, सैयद वाकर अहमद रिजवी, सैयद मोहम्मद बाकर, मिर्जा नजफ अली, कर्नल हुसैन, मोहम्मद मेहराब गुलाम हुसैन, अब्बास हुसैन मुन्ना, प्रिंस अब्बास, आबिद असगर, जावेद अख्तर गुड्डू, डॉ. फिरोजुद्दीन फैज जैसे प्रमुख लोग शामिल थे।

प्रेरणा का स्रोत बने मारूफ
मारूफ अब्बास की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे मुजफ्फरपुर के लिए गर्व का विषय है। उनकी कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं और उन्हें हासिल करने के लिए मेहनत करते हैं। हम मारूफ को उनकी इस शानदार उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।