वैशाली में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: कुख्यात गैंगस्टर अरविंद सहनी एनकाउंटर में ढेर, सोना लूट का था सरगना।

वैशाली में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: कुख्यात गैंगस्टर अरविंद सहनी एनकाउंटर में ढेर, सोना लूट का था सरगना।

बिहार के वैशाली जिले में गुरुवार को पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक सनसनीखेज ऑपरेशन में कुख्यात अपराधी अरविंद सहनी को मार गिराया। यह एनकाउंटर वैशाली थाना क्षेत्र के चिंतामणिपुर हाई स्कूल के पीछे हुआ, जहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की। अरविंद सहनी, जो छत्तीसगढ़ में हुए बहुचर्चित सोना लूट कांड का मास्टरमाइंड था, वैशाली के भगवानपुर प्रखंड के सहता वार्ड दो का निवासी था। उसके पिता का नाम शिवजी सहनी है।

पुलिस की रणनीति और एनकाउंटर की कहानी
वैशाली पुलिस को लंबे समय से अरविंद सहनी की तलाश थी, जो हत्या, डकैती और लूट जैसे 22 संगीन मामलों में वांछित था। मुजफ्फरपुर पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। सूत्रों के अनुसार, पुलिस को खबर मिली थी कि अरविंद अपने गृह क्षेत्र में छिपा हुआ है। इसके बाद एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, अरविंद ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। इस मुठभेड़ में अरविंद गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।

कौन था अरविंद सहनी?
वैशाली के धरमपुर गांव का रहने वाला अरविंद सहनी अपराध की दुनिया का एक बड़ा नाम था। वह न केवल बिहार, बल्कि छत्तीसगढ़ और पूर्वी चंपारण जैसे क्षेत्रों में भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था। छत्तीसगढ़ के सोना लूट कांड ने उसे सुर्खियों में ला दिया था, जिसके बाद वह पुलिस की रडार पर था। उसकी फरारी और आपराधिक रिकॉर्ड ने उसे कई जिलों की पुलिस के लिए सिरदर्द बना दिया था।

पुलिस की सक्रियता और स्थानीय प्रभाव
एनकाउंटर के बाद वैशाली के एसपी ललित मोहन शर्मा और डीएसपी गोपाल मंडल मौके पर पहुंचे। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोग इसे पुलिस की बड़ी जीत मान रहे हैं, तो कुछ इसे लेकर सवाल भी उठा रहे हैं।

पुलिस का बयान
वैशाली पुलिस के अनुसार, यह ऑपरेशन अपराध के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। एसपी ललित मोहन शर्मा ने कहा, “अरविंद सहनी जैसे अपराधी समाज के लिए खतरा थे। हमारी टीम ने सटीक सूचना और रणनीति के साथ कार्रवाई की। हम अपराध को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

यह एनकाउंटर न केवल वैशाली पुलिस की सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि बिहार में अपराध के खिलाफ चल रही मुहिम को भी मजबूती देता है। अरविंद सहनी के खात्मे के साथ पुलिस ने एक बड़े अपराधी को तो ढेर कर दिया, लेकिन इस घटना ने क्षेत्र में कई सवाल भी छोड़ दिए हैं।