मुजफ्फरपुर में ट्रैफिक सुधार की बड़ी पहल: तीन जोन में बंटेगा शहर, 20 दिसंबर से सड़कों पर दौड़ेंगे तय रूट वाले ऑटो-ई रिक्शा

मुजफ्फरपुर में ट्रैफिक सुधार की बड़ी पहल: तीन जोन में बंटेगा शहर, 20 दिसंबर से सड़कों पर दौड़ेंगे तय रूट वाले ऑटो-ई रिक्शा

मुजफ्फरपुर। शहर की बदहाल यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने और रोज़ लगने वाले जाम से लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ा और अहम फैसला लिया है। मुजफ्फरपुर को तीन यातायात जोन में बांटकर ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन की रूपरेखा पूरी तरह तैयार कर ली गई है। नगर आयुक्त, एसडीओ पूर्वी तुषार और ट्रैफिक डीएसपी की संयुक्त बैठक में इस नए ट्रैफिक प्लान को अंतिम रूप दिया गया है, जिसे स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी के पास भेजा गया है। प्रशासनिक मुहर लगते ही 20 दिसंबर से यह व्यवस्था लागू होने की संभावना है।

नए ट्रैफिक प्लान के तहत शहर के विभिन्न निर्धारित रूटों पर करीब 4700 ऑटो और ई-रिक्शा का संचालन किया जाएगा। खास बात यह है कि शहरी क्षेत्र में अब मीटरयुक्त ऑटो और ई-रिक्शा चलेंगे, जिनकी पहचान उजले (सफेद) रंग से की जाएगी। इससे यात्रियों को मनमाने किराये से निजात मिलेगी और किराया व्यवस्था पारदर्शी होगी।

यातायात को सुचारू रखने के लिए सड़क की चौड़ाई के अनुसार रूट तय किए गए हैं और ऑटो-ई रिक्शा के लिए निर्धारित ठहराव स्थल बनाए जाएंगे। इससे सड़कों पर अनावश्यक रुकावट कम होगी, जाम की स्थिति सुधरेगी और एंबुलेंस समेत अन्य आपातकालीन वाहनों को निर्बाध आवाजाही में मदद मिलेगी। दुकानों के सामने लगने वाले जाम और अव्यवस्थित पार्किंग पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव हो सकेगा।

रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से चलने वाले रिजर्व ऑटो को तीनों जोन के सभी रूटों पर परिचालन की अनुमति दी जाएगी। ऐसे वाहनों की संख्या करीब 600 बताई जा रही है। वहीं, ओवरलोडिंग, काला शीशा, प्रेशर हॉर्न और अनधिकृत बोर्ड लगाए तीनपहिया वाहनों पर सख्त जांच और कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

गौरतलब है कि ऑटो रिक्शा कर्मचारी संघ और ई-रिक्शा कर्मचारी संघ की ओर से प्रशासन को 22 रूटों का प्रस्ताव दिया गया था। प्रशासनिक अध्ययन में कई रूट आपस में ओवरलैप पाए गए, जबकि कुछ मार्ग सड़क की चौड़ाई और यातायात दबाव के लिहाज से व्यवहारिक नहीं थे। इसके बाद परिचालन क्षमता को आधार बनाकर नए जोन और रूट का निर्धारण किया गया।

तीनों जोन में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए अलग-अलग सीएनजी रिफलिंग सेंटर उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वाहन अपने निर्धारित क्षेत्र में ही संचालित रहें। दो जोन के जंक्शन प्वाइंट पर ऑटो-ई रिक्शा स्टैंड भी बनाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले वाहनों के लिए अलग प्रवेश और निकास प्वाइंट तय कर शहरी यातायात को नियंत्रित किया जाएगा।

इसके साथ ही प्रत्येक जोन और रूट के लिए अलग-अलग कलर कोड और रूट कोड निर्धारित किया गया है, जिससे वाहनों की पहचान, निगरानी और नियंत्रण और अधिक प्रभावी हो सके।

प्रशासन का मानना है कि यह नया ट्रैफिक प्लान लागू होने के बाद मुजफ्फरपुर की सड़कों पर अव्यवस्था काफी हद तक खत्म होगी और आम लोगों को जाम से राहत के साथ सुरक्षित और सुगम यात्रा का लाभ मिलेगा।