जम्मू-कश्मीर में रेल यात्रा का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना के तहत अब कटरा से श्रीनगर की दूरी महज 3 घंटे में तय होगी। वंदे भारत ट्रेन के इस रूट पर शुरू होने से यात्रियों को न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि कश्मीर घाटी का सफर भी पहले से कहीं ज्यादा सुविधाजनक और रोमांचक बन जाएगा। अभी सड़क मार्ग से इस यात्रा में 6 से 7 घंटे लगते हैं, लेकिन अब रेलवे के इस कदम से कई सालों का इंतजार खत्म होने वाला है।
रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन को कटरा से श्रीनगर के बीच चलाने की योजना तैयार की है। वर्तमान में श्रीनगर से संगलदान तक ट्रेनें चल रही हैं, और अब संगलदान से कटरा तक रेललाइन शुरू होने के बाद इस रूट को पूरी तरह से जोड़ा जा सकेगा। यह परियोजना न केवल समय बचाएगी, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी।
USBRL परियोजना: एक नजर में
USBRL प्रोजेक्ट का सफर लंबा और चुनौतीपूर्ण रहा है। साल 2009 में काजीगुंड-बारामूला सेक्शन शुरू हुआ था। इसके बाद 2013 में बनिहाल-काजीगुंड (18 किमी), 2014 में ऊधमपुर-कटरा (25 किमी), और 2023 में बनिहाल-संगलदान सेक्शन चालू हुआ। अब संगलदान से कटरा तक का हिस्सा शुरू होने वाला है। इस परियोजना का सबसे खास आकर्षण है दुनिया का सबसे ऊंचा रेल आर्च ब्रिज- चिनाब ब्रिज, जो इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना है।
क्यों खास है यह रेल सफर?
टनल, पुल और घाटियों के बीच से गुजरती यह रेल यात्रा न सिर्फ समय बचाएगी, बल्कि यात्रियों को प्रकृति का अनुपम सौंदर्य भी दिखाएगी। वंदे भारत की आधुनिक सुविधाओं के साथ यह सफर और भी यादगार बन जाएगा। जम्मू-कश्मीर के इस नए रेल कनेक्शन से तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय लोगों को एक नया विकल्प मिलेगा।
कटरा से श्रीनगर तक का यह रेल संपर्क जल्द ही हकीकत में बदलने वाला है, और इसके साथ ही कश्मीर की खूबसूरती को करीब से देखने का सपना अब और आसान हो जाएगा।