अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में महिला सम्मान समारोह का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। समारोह का विधिवत उद्घाटन डीएम, एसएसपी, एसडीओ पश्चिमी, प्रशिक्षु आईपीएस, डीपीएम जीविका, डीपीओ icds, कला संस्कृति पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारियो द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने एवं उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करनेवाली 49 महिला कर्मियों को जिला पदाधिकारी के कर कमलों द्वारा अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया।
सम्मानित होनेवाली बच्चियां/ महिला कर्मी निम्नवत हैं-
नगर निगम मुजफ्फरपुर की पांच महिला स्वच्छता कर्मी, पांच स्वास्थ्य कर्मी,पांच आंगनबाड़ी सेविका/ सहायिका, पांच अनुरक्षक पंप संचालिका, शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा मुजफ्फरपुर की पांच कक्षपाल एवं एक सहायक अधीक्षक, पांच पुलिसकर्मी, पांच छात्राएं, पांच खिलाड़ी, समाहरणालय संवर्ग की पांच लिपिक/परिचारी, 5 जीविका दीदी, 12 अन्य महिलाओ /बच्चियों को सम्मानित किया गया।
जिलाधिकारी से सम्मान पायी ज्योति कुमारी ने साहसिक कदम उठाते हुए परिवार में बाल विवाह का विरोध की तथा अपनी पढ़ाई जारी रखी। जीविका दीदियों द्वारा स्वरोजगार द्वारा न सिर्फ अपना आर्थिक स्वावलंबन कर परिवार का भरण पोषण कर रही है बल्कि समाज के आर्थिक सशक्तिकरण का आधार बनी है। इनके द्वारा सोलर से सिंचाई, लखपति दीदी के रूप में प्रतिमान स्थापित करने, दीदी द्वारा ड्रोन उड़ाने, प्रोड्यूसर कंपनी खोलने जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। इसी तरह से विविध क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करनेवाली बच्चियों एवं महिलाओं को सम्मानित किया गया।
जिलाधिकारी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समारोह में उपस्थित सभी महिलाओं का स्वागत, अभिनंदन करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। समारोह में सभी को एक परिवार बताते हुए उनके मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि समाज के हर क्षेत्र में महिलाएं आगे आ रही हैं तथा समाज में व्यापक बदलाव हो रहा है, इसे और अधिक बेहतर बनाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने बच्चियों एवं महिलाओं से सरकार द्वारा संचालित योजनाओं मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना आदि से लाभ उठाने की अपील की। उन्होंने परिवार में बेटियों और महिलाओं की पढाई पर ध्यान देने तथा उन्हें अपनी रुचि के अनुरूप विकसित होने का मौका देने को कहा। साथ ही नशे की आदत से लोगों को मुक्त करने में माताओं और बहनों की प्रभावशाली भूमिका निभाने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर वरीय पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में देश की आधी आबादी को सशक्त एवं सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके लिए महिलाओं को स्वावलंबी होने, शिक्षित होने, जागरूक होने तथा समाज मे सुधार की निरंतरता बनाये रखने की जरूरत बताया।
अन्य वक्ताओं में उप विकास आयुक्त अनुमंडल पदाधिकारी पश्चिमी, प्रशिक्षु आईपीएस, डीपीएम जीविका, डीपीओ आईसीडीएस, जिला भविष्य निधि पदाधिकारी सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी विविध क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान की सराहना करते हुए समाज में हो रहे बदलाव को समय की मांग बताया। साथ ही इसे और अधिक बेहतर बनाने एवं जारी रखने की जरूरत बताया।
महिला हेल्पलाइन से महिलाएं ले सकती हैं सहायता
महिला हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर 181 तथा वन स्टॉप सेंटर मुजफ्फरपुर का नंबर 9771 4680 21 पर कोई भी महिलाएं अपनी शिकायत एवं समस्याएं बता सकती हैं तथा उसका समाधान किया जाएगा। महिला हेल्पलाइन पर महिला अधिकारी और परामर्शदाता तैनात रहते हैं जो महिलाओं की समस्याओं को सुनते हैं और उनका समाधान करते हैं। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पूरे देश में उपलब्ध है और महिलाएं इस पर अपनी शिकायत और समस्याओं के बारे में फोन कर सकते हैं। जबकि वन स्टॉप सेंटर मुजफ्फरपुर का नंबर 97714 68021 है जिस पर महिलाएं घरेलू हिंसा के बारे में जानकारी दे सकती हैं और उन्हें नियमानुसार आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा सकता हैं। यह महिला एवं बाल विकास निगम मुजफ्फरपुर द्वारा संचालित है।
महिलाएं, महिला हेल्पडेस्क के माध्यम से कर सकती है शिकायत, होगा समस्या का समाधान
महिला हेल्प डेस्क एक ऐसी सेवा है जो महिलाओं को पुलिस स्टेशनों में उपलब्ध है। यह सेवा महिलाओं को उनकी शिकायत और समस्याओं के समाधान के लिए मदद प्रदान करती है। महिला हेल्प डेस्क पर महिला पुलिसकर्मी तैनात होती हैं जो महिलाओं की समस्याओं को सुनती हैं और उनका समाधान करती है।