मुजफ्फरपुर की अदालत में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब सीतामढ़ी के शहजाद शफी ने एक हिंदू लड़की को बुर्का पहनाकर शादी के लिए कोर्ट परिसर में प्रवेश किया। दोनों सीतामढ़ी के निवासी हैं, लेकिन इस गुप्त योजना की भनक स्थानीय अधिवक्ताओं को लग गई, जिसके बाद कोर्ट में जबरदस्त हंगामा शुरू हो गया।
कैसे सामने आई साजिश?
अधिवक्ताओं को शहजाद और लड़की की हरकत संदिग्ध लगी। उन्होंने तुरंत हिंदूवादी संगठनों को सूचना दी। देखते ही देखते दर्जनों कार्यकर्ता कोर्ट परिसर में जमा हो गए और शादी की प्रक्रिया को रोक दिया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे कोर्ट परिसर करीब एक घंटे तक अशांति का केंद्र बन गया।
हिंदूवादी संगठनों का आरोप: “लव जिहाद की साजिश”
हिंदूवादी संगठनों ने शहजाद पर गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि शहजाद ने हिंदू लड़की को बहला-फुसलाकर और उसकी पहचान छिपाने के लिए बुर्का पहनाकर “लव जिहाद” की साजिश रची थी। संगठन के नेता कुणाल श्रीवास्तव ने कहा, “यह लोग हिंदू लड़कियों को ब्रेनवॉश कर उनका जीवन बर्बाद करते हैं। हमने इस साजिश को नाकाम कर दिया और दोषी को सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
हंगामे के बीच कार्यकर्ताओं ने शहजाद और लड़की को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को नगर थाने ले जाया और उनके परिजनों को सूचित किया। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है, लेकिन इस घटना ने इलाके में तनाव और सनसनी फैला दी है।
क्षेत्र में बढ़ा तनाव
इस घटना के बाद मुजफ्फरपुर और सीतामढ़ी में सामुदायिक तनाव का माहौल है। हिंदूवादी संगठन इस मामले को “लव जिहाद” का बड़ा उदाहरण बता रहे हैं, जबकि पुलिस शांति बनाए रखने के लिए सतर्कता बरत रही है।
अगला कदम क्या?
पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं। लड़की के परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह अपनी मर्जी से शहजाद के साथ थी या उसे किसी तरह से बहकाया गया था।