मुजफ्फरपुर, 9 अक्टूबर 2025, मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों के लिए एक नई सौगात लेकर आ रहा है हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास। 11 अक्टूबर से यह बाईपास वाहनों और आम जनता के लिए खुलने जा रहा है, जो शहर की ट्रैफिक जाम की समस्या को दूर करने के साथ-साथ आवागमन को तेज और सुगम बनाएगा। यह बाईपास न केवल मुजफ्फरपुर की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई गति देगा।
बाईपास की विशेषताएं: आधुनिक इंजीनियरिंग का नमूना
16.87 किलोमीटर लंबा यह बाईपास राष्ट्रीय राजमार्ग-63.17 का हिस्सा है, जो हाजीपुर से मुजफ्फरपुर को जोड़ता है। अत्याधुनिक इंजीनियरिंग तकनीकों से निर्मित इस मार्ग में शामिल हैं:
• 66 अंडरपास: ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने और स्थानीय लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए।
• 4 माइनर ब्रिज: सुरक्षित और निर्बाध यातायात के लिए।
• 1 रेलवे ओवर ब्रिज (ROB): रेलवे क्रॉसिंग पर जाम की समस्या को खत्म करने के लिए।
इन संरचनाओं का निर्माण इस तरह किया गया है कि न केवल वाहनों की आवाजाही सुचारू हो, बल्कि किसानों, व्यापारियों और विद्यार्थियों को भी बिना किसी रुकावट के आने-जाने की सुविधा मिले।
ट्रैफिक जाम से मुक्ति, समय और ईंधन की बचत
हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास के शुरू होने से मुजफ्फरपुर शहर में ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम होगा। अब हाजीपुर से दरभंगा, सीतामढ़ी, मोतिहारी या समस्तीपुर जाने वाले भारी वाहनों को शहर के भीतर से गुजरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे निम्नलिखित लाभ होंगे:
• जाम से राहत: शहरवासियों को घंटों जाम में फंसने की परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
• समय और ईंधन की बचत: सुगम आवागमन से यात्रा समय कम होगा और ईंधन की खपत में कमी आएगी।
• प्रदूषण में कमी: कम जाम और सुचारू यातायात से वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।
• सड़क सुरक्षा: बेहतर सड़क डिज़ाइन और सुविधाओं से दुर्घटनाओं में कमी की उम्मीद।
जिलाधिकारी का बयान
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस परियोजना को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास का उद्घाटन मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल ट्रैफिक की समस्या को हल करेगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगा। हम नागरिकों से अपील करते हैं कि वे यातायात नियमों का पालन करें और इस नई सुविधा का जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग करें।” उन्होंने ट्रैफिक डीएसपी और जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि बाईपास पर सुचारू आवागमन के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
विकास का नया अध्याय
हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास सरकार की इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह परियोजना क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी और मुजफ्फरपुर को दरभंगा, मोतिहारी और वैशाली जैसे जिलों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके प्रमुख लाभ:
• आर्थिक विकास: व्यापारिक गतिविधियों में तेजी और औद्योगिक निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी।
• रोजगार सृजन: बाईपास के आसपास नई व्यावसायिक गतिविधियों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
• यात्रा समय में कमी: मुजफ्फरपुर से दरभंगा और मोतिहारी की दूरी और यात्रा समय में उल्लेखनीय कमी आएगी।
•पर्यटन को बढ़ावा: बेहतर कनेक्टिविटी से क्षेत्र में पर्यटन
मुजफ्फरपुर के लिए स्वर्णिम अध्याय
11 अक्टूबर 2025 का दिन मुजफ्फरपुर के विकास के इतिहास में एक सुनहरा दिन होगा। हाजीपुर-मुजफ्फरपुर बाईपास न केवल ट्रैफिक की समस्या का समाधान है, बल्कि यह क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति का नया मार्ग भी प्रशस्त करेगा। यह परियोजना मुजफ्फरपुर को एक आधुनिक, सुगम और समृद्ध शहर की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।