मुजफ्फरपुर, 10 मई 2025: राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार, नई दिल्ली के तत्वाधान में आज मुजफ्फरपुर व्यवहार न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, श्वेता कुमारी सिंह ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ उनके द्वारा मंगलदीप प्रज्वलन के साथ विधिवत रूप से किया गया।
उद्घाटन समारोह में गरिमामय उपस्थिति
उद्घाटन समारोह में मंच पर माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ प्रधान न्यायाधीश (परिवार न्यायालय) पीयूष प्रभाकर, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम गिरधारी उपाध्याय, सीटी एसपी, उप विकास आयुक्त, बार एसोसिएशन के सचिव रवि प्रसाद, एडवोकेट एसोसिएशन के सचिव राजीव रंजन, और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव जयश्री कुमारी उपस्थित थीं। इसके अलावा, अन्य न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता, विभिन्न बैंकों के अधिकारी, एलडीएम, और आम जनता ने भी समारोह में हिस्सा लिया।
माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्वेता कुमारी सिंह ने अपने संबोधन में सभी पक्षकारों से अनुरोध किया कि कोई भी निराश होकर वापस न जाए। उन्होंने अधिक से अधिक मामलों के निष्पादन पर जोर देते हुए सभी से सहयोग की अपील की।
5430 मामलों का निष्पादन, बनाया नया कीर्तिमान
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में आपराधिक शमनीय मामले, विद्युत मामले, दावा वाद, एनआई एक्ट से संबंधित मामले, परिवार न्यायालय के मामले, वन विभाग, श्रम विभाग, और मापतौल विभाग से जुड़े कुल 5430 मामलों का निष्पादन किया गया। इनमें 1082 प्री-लिटिगेशन मामले और 4348 लंबित मामले शामिल हैं। यह इस वर्ष की दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत थी, जिसकी तैयारी महज दो माह से कम समय में युद्धस्तर पर की गई।
व्यापक तैयारियों ने दिलाई सफलता
लोक अदालत की सफलता के पीछे व्यापक स्तर पर की गई तैयारियां थीं। इसके तहत:
• लंबित सुलहनीय मामलों और बिजली, टेलीफोन, बैंक जैसे विभागों से समन्वय कर वादों को चिह्नित किया गया।
• पक्षकारों को नोटिस तामील करवाए गए।
• प्री-सिटिंग के माध्यम से पक्षकारों को सुलह के लिए प्रेरित किया गया।
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप इतने कम समय में इतनी बड़ी संख्या में मामलों का निष्पादन संभव हो सका।
47 बेंचों ने किया त्वरित निष्पादन
वादों के निष्पादन के लिए कुल 47 बेंच गठित किए गए थे, जिनमें प्रमुख रूप से गिरधारी उपाध्याय (जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, प्रथम), नूर सुलताना (जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, नवम), प्रभात कृष्ण (जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, सोलहवीं), अफजल आलम (विशेष न्यायाधीश, इलेक्ट्रीसिटी), शरद चन्द्र कुमार (जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, बीसवीं), और राज कपूर (मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी) जैसे न्यायाधीशों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सुबह से उमड़ी भारी भीड़
न्यायालय परिसर में सुबह से ही वादी और प्रतिवादियों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिले के कोने-कोने से लोग अपने मामलों के सुलह और निःशुल्क निष्पादन के लिए पहुंचे। सभी पक्षकारों को सुगमता और सहूलियत प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास किया गया।
नेतृत्व और समन्वय की सराहना
राष्ट्रीय लोक अदालत के सुचारू संचालन के लिए माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुश्री श्वेता कुमारी सिंह और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव सुश्री जयश्री कुमारी ने सभी बेंचों का निरीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी पक्षकार को कोई असुविधा न हो और वे अपने मामलों का निष्पादन कराकर संतुष्ट होकर लौटें।
प्रशासन को धन्यवाद
लोक अदालत की अभूतपूर्व सफलता और सुरक्षित आयोजन के लिए सुश्री श्वेता कुमारी सिंह और सुश्री जयश्री कुमारी ने जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, और अन्य सहयोगियों का हृदय से आभार व्यक्त किया।