मुजफ्फरपुर, आरडीएस कॉलेज के बीसीए विभाग में “मानव जीवन में कंप्यूटर की उपयोगिता” विषय पर आयोजित सेमिनार में प्राचार्य डॉ अमिता शर्मा ने कहा कि वर्तमान में कंप्यूटर विज्ञान और तकनीकी द्वारा मानव को दिया गया अमूल्य उपहार है। कंप्यूटर मानव के रोजमर्रा जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। कंप्यूटर शिक्षा से जटिलतम प्रश्नों तथा समस्याओं का हल आसानी से निकाला जा सकता है। इसलिए कंप्यूटर का ज्ञान अति आवश्यक है। कंप्यूटर का सही तरीके से इस्तेमाल छात्रों को बुद्धिमान, खोजी और ज्ञानी बनाता है।
बीसीए के समन्वयक डॉ जयदीप घोष ने कहा कि कंप्यूटर एक ऐसी यांत्रिक विधि है जो अत्यधिक सूचनाओं का संकलन करती है और बहुत ही कम समय में उनके विशिष्ट रूप को व्यवस्थित कर आवश्यकतानुसार उसका प्रस्तुतीकरण करती है। कंप्यूटर शिक्षा संचार को आसान बनाती है। यह ऑनलाइन दुनिया से जोड़ती है। अतः आधुनिक समय में बिना कंप्यूटर के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
सेमिनार के द्वितीय सत्र में 602 पाठ्यक्रम के तहत 40 छात्रों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन कर कंप्यूटर तकनीक एवं उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन समन्वयक डॉ जयदीप घोष ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव कुमार ने किया।
मौके पर बीसीए समन्वयक प्रो जयदीप घोष, परीक्षा नियंत्रक डॉ राजीव कुमार, डॉ अजीत कुमार,पंजक प्रसाद,अमरेंद्र कुमार, आनंद कुमार,अमलेनदु कुमार, दिगंबर कुमार, मुन्ना कुमार, एवं छात्र छात्राएं मौजूद थे।
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